उघैती: एक मजदूर की और हुई हत्या/गले में फंदा लगाकर ईट पथाई मजदूर की जान ली
उघैती/बदायूं उघैती थाना क्षेत्र में ताबड़तोड़ घटनाएं देखने को मिल रही हैं घटनाओं का सिलसिला जारी पुलिस मौन बीते दिनों में कई घटनाओं का सामना जनता को करना पड़ रहा है इतनी बेरहमी से घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है लेकिन पुलिस कहीं से कहीं तक घटनाएं रोकने में असमर्थ दिखाई दे रही है लगातार कई वारदातों के बाद उच्चाधिकारी भी हाथ बांधकर बैठ गऐ हैं उच्च अधिकारी करें तो करें क्या उघैती थाने में उच्च अधिकारियों के आदेशों का मजाक बनाया जा रहा है कई बार कप्तान साहब ने आदेश किया है की अपराधियों को पकड़ कर जेल में डाला जाये और घटनाओं पर बंदिशें लगाई जाए लेकिन थाने क्षेत्र में कई घटनाओं का सामना जनता को करना पड़ा है लेकिन अभी तक पुलिस ने खुलासा कहीं से कहीं तक नहीं किया है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं घटनाओं को अंजाम देकर रफूचक्कर हो जाते हैं पुलिस के हाथ खाली के खाली रहते हैं और उसके बाद घटनाओं को आत्महत्या का नाम दिया जाता है पुलिस पहले तो मना कर देती है कि हमारे पास कोई तहरीर नहीं आई है घटना के बारे में हमें कुछ पता नहीं है और थोड़ी देर बाद पंचनामा भरने के लिए घटनास्थल पर पहुंच जाती है उघैती थाना क्षेत्र महेश चंद्र पुत्र राजपाल निवासी नागर पुखरा ईट पाथने का काम बाहर शहर में करता था दो-चार दिन पहले गांव नगर पुखरा में बच्चों के पास आया था आने के बाद घर पर ही सोता था लेकिन एक-दो दिन पहले पशुशाला में आकर सोने लगा रात गांव में ज्ञानचंद मौर्य की बहन की बरात आई हुई थी और बरात में बैंड बाजा भी साथ था 10:00 बजे के बाद जब बैंड बाजा बजा तो महेश चंद्र बैंड बाजा देखने के लिए घर से करीब 400 मीटर दूरी पर बरात देखने के लिए जा पहुंचा और जब बारात बजना बंद हो गई तो पशुशाला में आकर सो गया करीब सुबह 5:00 बजे पत्नी पशुशाला में आकर पशुओं को चारा डालने के लिए आई तो देखा कि महेश चंद जमीन पर बैठा हुआ है और उसके गले में दुपट्टा ऊपर बल्ले से बंधा हुआ तो पत्नी के होश उड़ गए और जोर-जोर से चिल्लाने लगी बचाओ बचाओ बचाओ परिवार के लोग भाग आए तो देखा महेश चंद्र की मौत हो चुकी थी परिवार में हाहाकार मच गया महेश की मां से बात हुई तो महेश की मां ने बताया कि हमारी कुछ लोगों से पुरानी रंजिश चल रही है और रात उन लोगों को महेश के साथ देखा गया और उसके बाद पुलिस को सूचना दी पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए बदायूं भेज दिया इस तरह की घटनाओं को देखकर जनता का पुलिस पर विश्वास खोता जा रहा है और क्षेत्र में त्राहि त्राहि हो रही है परिवार का रो रो कर बुरा हाल है