उझानी/कछला: गंगा में लगातार तीन दिन से डूव रहे लोग/गंगा स्नान को आये दो सगे भाईयों सहित चार डूबे/ तीन की मौत एक को बचाया
बदायूँ/उझानी =कछला। मंगलवार बट अमावस्य पर गंगा स्नान करते समय चार श्रद्धालूओं की डूबकी लगाते समय मौत हो गयी l गोताखोरों की मदद से एक को बचा लिया गया l हादसे से गंगा घाट पर चित्कार मच गया और परिजन भी वहां पहुंच गए जिनका रो रो कर बुरा हाल है l
मिली जानकारी के अनुसार आज सुवह करीब साढ़े छः बजे गंगा स्नान करते समय भरतपुर राजस्थान निवासी अमित पुत्र किशन सिंह 18 ,अनिल पुत्र किशन सिंह 20 ,सुमित पुत्र राजेश 16 जोकि गाँव नगला सीकम थाना चिकसना जनपद भरतपुर राजस्थान से यहां गंगा स्नान को आयेथे l वही आगरा के शैलेन्द्र पुत्र बंगाली 18 भी बट अमावस्य पर स्नान करने आये थे।जो कि स्नान करते समय डूबने लगे। परिजनों व गोताखोरों ने इन्हें डूबते देखा तो उन्होंने तुरन्त ही डुबकी लगा दी और सभी को बचाने का प्रयास किया लेकिन एक श्रद्धालु ने दम तोड़ दिया l
गोताखोर सिर्फ अनिल पुत्र किशन सिंह को ही बचा पाने में कामयाब हुए। जबकि अमित पुत्र किशन, सुमित पुत्र राजेश, शैलेन्द्र पुत्र बंगाली की गंगा में डूबकर मौत हो गयी।गोताखोरों ने दो घन्टे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों श्रद्वालुओं के शवों को गंगा से बाहर निकाला। परिजनों ने जैसे ही शवों को देखा तो उनके होश उड़ गए और वहां कोहराम मच गया और वे विलाप करने लगे l
यहाँ बताते चलें कि कल सोमवार को उमेश पुत्र रमेश 22 निवासी गाँव हसनपुर थाना सोरों जनपद कासगंज और दिनेश पुत्र बैजनाथ 28 मध्यप्रदेश की भी डुबकी लगते समय मौत हो चुकी है। लगातार तीन दिन में पाँच लोगों की हुई मौतों से श्रद्वालु भी सहमे हुए हैं ।कुछ श्रद्धालुओं का कहना है कि अगर ऐसा हादसा एक ही जगह हो रहा है तो ऐसी जगह वेरीकेडिंग होनी चाहिये जिससे होने वाली मौतों की पुनरा व्रति न हने पाये साथ ही गोताखोरों की संख्या में भी व्रद्धि की जाय ताकि भविष्य में कोई अनहोनी न हो l
ह्रदय विदारक घटना की खबर लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुँच गयी और परिजनों को ढांढस बंधाया l
कछला के निवासियों का कहना है कि अगर कोई गंगा स्नान करते समय डूबता है तो कछला के ही गांव पंखिया नगला से गोताखोरों को बुलाया जाता है जो कि मुंह मांगी रकम तय करने के बाद ढूँढते हैं लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है और वक़्त पर मदद न मिलने के कारण उसकी मौत हो चुकी होती है।इसलिए प्रशासन को चाहिये कि वहां गोताखोरों का इन्तजाम हो और ऐसी घटना होने से बचा जा सके।