उझानी: विलुप्त हो रही नदी को बचाने के लिए भाकियू का श्रम दान। (अंजार अहमद की रिपोर्ट)
बदायूँ/उझानी: भारतीय किसान यूनियन – राष्ट्रवादी के ज़िलाध्यक्ष कृष्ण अवतार शाक्य के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने आज 15 मई को किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर विलुप्त हो रही भैंसोर नदी को बचाने के लिए राज्य मार्ग संख्या 33 पर करुआ पुल के पास श्रम दान कर नदी की सफाई व मिट्टी का समतलीकरण करने का कार्य किया। कार्यक्रम सुबह 9 बजे से 11 बजे तक रहा।
कार्यक्रम के बाद भाकियू ज़िलाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा भैंसोर नदी अस्तित्व समाप्ति की ओर है शासन प्रशासन मोन बना बैठा है। नदी पर दबंगों द्वारा अवैध कब्ज़े हो चुके हैं राजस्व विभाग चुप्पी साधे हुए है। बाढ़ खण्ड विभाग द्वारा इस नदी की सफाई कराने व नदी में पानी छोड़ने की कोई पहल नहीं की जा रही है। यदि विभाग चाहे तो नदी में पूर्व की भांति पानी आ सकता है नदी में पानी आने से जहाँ किसानों को सिंचाई में भरपूर लाभ मिलेगा वहीं क्षेत्र के वाटर लेबल में भी सुधार होगा। और पशु पालकों को अपने पशुओं को पानी पिलवाने व नहलाने की भी सुविधा मिलेगी।
पंचायत में बोलते हुए भाकियू राष्ट्रवादी ज़िला महासचिव आसिम उमर ने कहा 21,22 व 23 मई को हरिद्वार में होने वाली भाकियू राष्ट्रवादी की राष्ट्रीय महापंचायत में भैंसोर नदी का मुद्दा उठाया जायेगा।
इस मौके पर मण्डल कार्यकारिणी सदस्य साबिर हुसैन, अमर सिंह यादव, ज़िला उपाध्यक्ष दुर्वेन्द्र चौहान, सहसवान तहसील अध्यक्ष हरचरन वर्मा, उझानी नगर अध्यक्ष चंद्रमोहन वर्मा, उझानी नगर महासचिव शाकिर अंसारी, रामस्वरूप वर्मा, रामकुमार प्रजापति,राजू अंसारी, प्रेमवती वर्मा, फूलवती, गीतेश, वीरवती वर्मा, सहित दर्जनों भाकियू कार्यकर्ताओं ने श्रम दान किया।