कोरिया :-जिला वज्रपात- आकाषीय बिजली वाला क्षेत्र है। (वेदप्रकाश तिवारी की रिपोर्ट)

कोरिया :- जिला वज्रपात- आकाषीय बिजली वाला क्षेत्र है। यहां जून से सितंबर माह के मध्य मानसून के दौरान वज्रपात- आकाषीय बिजली गिरने की घटना होती है जिसके कारण यहां बडी संख्या में लोगों की मृत्यु एवं जन,धन की हानि हो जाती है। कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार दुग्गा ने वज्रपात- आकाषीय बिजली से बचने के लिए लोगों को सावधानिया बरतने की समझाईष दी है। उन्होने कहा है कि यदि घर में हो तो पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि को न छुएं और उससे दूर रहें तथा बिजली से चलने वाली यंत्रों, उपकरणों को बंद कर देना चाहिए। यदि दो पहिया वाहन, साईकिल, ट्रक, ख्ुाले वाहन नौका आदि पर सवार हो तो तुरंत उतरकर सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए। वज्रपात- आकाषीय बिजली के दौरान वाहनों पर सवारी और धातु की डंडी वाले छाते का उपयोग न करें। उन्होने कहा है कि गर्जना के समय टेलीफोन व बिजली के पोल, खम्भे तथा टेलीफोन व टेलीफोन टावर से दूर रहना चाहिए। कपउे सुखाने के लिए तार का प्रयोग न कर जूट या सूत की रस्सी का उपयोग करना चाहिए। बिजली की चमक तथा गडगडाहट की आवाज सुनकर ऊंचे एवं एकल पेडों पर नहीं जाना चाहिए। यदि जंगल में हो तो छोटे एवं घने पेडों की षरण लेनी चाहिए। वृक्षेां, दलदल वाले स्थलों तथा जल स्त्रोंतों से यथासंभव दूर रहना चाहिए परंतु खुले आकाष में रहने से अच्छा छोटे पेडों के नीचे रहना चाहिए। उन्होने कहा है कि खुले आकाष में रहने को बाध्य हो तो उन्हें नीचे के स्थानों को चुनना चाहिए। एक साथ कई व्यक्तियों को इक्ट्ठा नहीं होना चाहिए। दो आदमी की दूरी कम से कम 15 फीट होनी चाहिए। तैराकी कर रहे लोग, मछुआरे आदि को अविलंब पानी से बाहर निकल जाना चाहिए। गीले खेतों में हल चलाते, रोपनी या अन्य कार्य कर रहे किसान अथवा मजदूर अथवा तालाब में कार्य कर रहे व्यक्तियों को तुरंत सूखे एवं सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए। धातु से बने कृशि यंत्र, डंडा आदि से दूर रहना चाहिए। यदि खेत, खलिहान में काम कर रहे हों तथा किसी सुरक्षित स्थान की षरण न ले पाए तो जहां हैं वहीं रहना चाहिए। हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे लकडी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रखना चाहिए। कलेक्टर श्री दुग्गा ने कहा है कि घरों तथा खेत खलिहानों के आस पास कम ऊंचाई वाले उन्नत किस्म के फलदार पौधे लगाना चाहिए। उन्होने कहा है कि यदि संभव हो तो घरों में तडित चालक लगवाना चाहिए।

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