कोरिया: नगर निगम सभागार में डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु कार्यशाला आयोजित की गई।(वेद प्रकाश तिवारी की रिपोर्ट)

कोरिया/चिरमिरी:  नगर निगम सभागार में डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें महापौर चिरमिरी के.डोमरु रेड्डी, सभापति कीर्तिवासो रावल, नेता प्रतिपक्ष अयाजुदिन सिद्धिकी, निगम आयुक्त खजांची कुम्हार, सीपीएम डॉ मेश्राम, बीएमओ एस कुजुर, डॉ दत्ता, डॉ अंसारी, डॉ जयंत यादव, डॉ संरगिया, स्वच्छता प्रभारी उमेष तिवारी, निगम सचिव श्याम देषपाण्डे सहित एमआईसी सदस्य, एल्डरमेन, पार्षद एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
अधिकारियों द्वारा उपस्थित पार्षद, एल्डरमेन को डेंगू नियंत्रण उसके रोकथाम के आवश्यक निर्देश दिये गये तथा वार्ड स्तर तक प्रचार प्रसार एवं आम जनता को इसके रोकथाम के प्रति जागरुकता प्रदान करने को कहा गया। इसके अलावा खसरा, रुबेला, एम आर का टीका पर भी डॉक्टरों ने विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस दौरान बीएमओ डॉ कुजूर ने कहा कि बारिश के मौसम में डेंगू के पेशेंट्स की संख्या तेजी से बढ़ती है। आमतौर पर बुखार आने पर हम पहले घर में ही दवाइयां लेकर प्रॉब्लम दूर करने की कोशिश करते हैं, लेकिन सही वक्त पर डेंगू का इलाज शुरू न होने पर प्रॉब्लम सीरियस भी हो सकती है।
डीपीएम महलवार ने कहा कि डेंगू होने पर आम बुखार की तरह ही सिम्प्टम्स होते हैं लेकिन अगर यह बुखार जल्दी ठीक न हो और इसके साथ कुछ और कॉम्प्लिकेशन्स नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए। डीपीएम ने पार्षदो से 18 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे बच्चों की सूची बनाने को कहा जो कि भिलाई, रायपुर, दुर्ग में रहकर पढ़ाई कर रहें हो, और इन छुट्टियां में घर आए हुए हो। डीपीएम के अनुसार इन शहरों में डेंगू ने दस्तक दे दी है। कोरिया में अब तक केवल चार मरीजो में डेंगू की पुष्टि हुई है। कार्यषाला में पार्षदो द्वारा वितरित होने वाली मच्छरदानी पर जब सवाल किया, तो जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि चिरमिरी में जहां मलेरिया के अधिक प्रतिषत पाए गए थे, उन क्षेत्रों में ही मच्छरदानी वितरित की गई है।
सीपीएम डॉ मेश्राम के मुताबिक डेंगू बुखार एडीज मच्छर के काटने के कारण होता है। इस बीमारी से बचने के लिए अभी तक कोई टीका नहीं ढूंढा जा सका है, इसलिए डॉक्टर डेंगू के मच्छर से बचाव को ही बेहतर तरीका मानते हैं। एडीज मच्छर दिन के वक्त काटता है, इसलिए घर में मच्छर बिल्कुल न होने दें। आमतौर पर गमलों, कूलरों और टायर में इकट्ठा हुए साफ पानी में यह मच्छर पनपता है, तो घर या आसपास कहीं भी पानी इकट्ठा न रहने दें।

ज्ञात हो कि डेंगू की बिमारी कोरिया सहित प्रदेश के अन्य भागों में महामारी बन चुकी है, पूरे चिरमिरी क्षेत्र की एसईसीएल कॉलोनियों में बजबजाती नालियां और गन्दगी से पनपे मच्छरों से आमजन का जीना दूभर हो गया है। इस कठिन परिस्थिति में नागरिकों को शासन-प्रशासन से वैसे तो बहुत शिकायतें है, किन्तु इस समय नागरिकों को इस घातक बीमारी से बचने की आवश्यकता है इसी को ध्यान रखते हुए निगम प्रशासन और स्वास्थ विभाग एक औपचारिक बैठक कर महामारी से बचने का प्रयास कर रही है जो पर्याप्त नहीं

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