पहले सूखा अब बरसात से तबाही, क्या करें किसान भाई—

उसहैत
क्षेत्र में पहले सूखा से परेशान किसानों ने जैसे तैसे धान की फसल तैयार कर पाई कि वे मौसम हो रही बरसात ने धान की फसल तबाह कर दी जहां धान में 60-70% नुकसान हुआ है वहीं बाजरा, ज्वार और तिल की फसल तबाह हो गई हैं और अन्नदाता किसान बरसात देखकर दुखी हो रहा है।
क्षेत्र में अधिकांश किसान खरीफ में धान, ज्वार, बाजरा, तिल आदि की खेती करते हैं पहले सूखा होने से किसानों ने 100 रुपये /घंटे की सिंचाई देकर धान आदि की फसलें तैयार की जिससे महंगाई में किसान की हालत खराब थी और फसलों के तैयार होता देख जैसे ही चेहरे पर मुस्कान शुरू हो ही पाई थी कि वे मौसम बरसात ने गाढ़ी कमाई से तैयार फसल को पूरी तरह वरबाद कर दिया। चौपट हुई फसलों को देख किसानो के आंसू नहीं बन्द हो रहे हैं।
जिससे दुःखी भाकियू के ब्लाक अध्यक्ष श्याम पाल आर्य ने उत्तर प्रदेश सरकार से फसलों का आंकलन कर किसानों को मुआवजा दिये जाने की मांग की है।
ब्यूरो रिपोर्ट