बदायूँ: कुंवरगांव का कोटा निलंवित, वितरण अधिकारी पर गिरी गाज
बदायूँ : कुंवरगांव के कोटदार ऋषिपाल सिंह को जिलाधिकारी से झूठ बोलना महंगा पड़ गया। डीएम ने सत्यता जानने के बाद कोटे और वितरण अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंवित करने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने कुंवरगांव स्थित पीसीएफ के गेहूँ क्रय केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। केन्द्र प्रभारी अवल कुमार गुप्ता नदारद पाए गए। इसी परिसर में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान देखकर डीएम ने उसका भी निरीक्षण कर डाला। कोटेदार ऋषिपाल सिंह से वितरण अधिकारी के अनुपस्थित पाए जाने के सम्बंध में पूछा तो उसने बताया कि सांय चार बजे चले गए हैं। डीएम ने मोबाइल से वितरण अधिकारी से वार्ता की तो उसने डीएम को बताया कि वह एक बजे ही चला गया था। डीएम ने कोटेदार द्वारा झूठ बोलने पर कड़ी नाराज़गी जताई और कोटे को तत्काल प्रभाव से निलंवित करने के निर्देश दिए। नगर पंचायत कुंवरगांव के नलकूप चालक पोथीराम को वितरण अधिकारी के रूप में लगाया गया है। डीएम ने उसे भी निलंवित करने को कहा है। इसी गेहूँ क्रय केन्द्र पर एक आढ़ती को डीएम ने मौके पर पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। कुंवरगांव के थानाध्यक्ष को निर्देश दिए कि इसके सम्बंध में पूर्ण जांच की जाए कि यह आढ़ती क्रय केन्द्र पर गेहूँ तो नहीं बेचता है। डीएम ने कुंवरगांव ही राज्य कर्मचारी कल्याण निगम के दूसरे क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया। केन्द्र प्रभारी प्रमोद गुप्ता भी अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने इसके विरुद्ध भी कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों को 72 घंटे के भीतर उनके गेहूँ का 1735 रुपए प्रति कुन्तल की दर से भुगतान किया जाए। किसान के गेहूँ के वज़न के अनुसार रसीद अवश्य दी जाए तथा किसी भी प्रकार की कोई कटौती नहीं की जाए। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि बिचौलियों का गेहूँ क्रय कतई न किया जाए। क्रय केन्द्र पर बिचौलियों की नो एंट्री रहे। कृषकों को बैठने के लिए छायादार स्थान तथा पीने के लिए स्वच्छ पानी आदि की व्यवस्थाएं पर्याप्त रहनी चाहिए। डीएम ने किसानों से कहा कि किसी भी कृषक को गेहूँ की तौल कराने में किसी प्रकार की दिक्कत हो तो तत्काल उनके नम्बर 9454417525 एवं सम्बंधित उपजिलाधिकारी को फोन कर अवगत कराएं। उनकी समस्या का तुरन्त निस्तारित किया जाएगा।