बदायूँ: जब पेड़-पौधे लगाओगे, तभी सांस ले पाओगे।

बदायूँ :  जनपद के टॉप टेन ग्राम प्रधानों को एक-एक लाख की विशेष क्रिटिकल फंड से विकास के लिए पैसा दिया जाएगा। प्रधानों की जिम्मेदारी है कि शिक्षा से कोई भी बच्चा गांव में वंचित नहीं रहना चाहिए। स्वच्छता सर्वेक्षण के अन्तर्गत गांवो में विशेष साफ-सफाई अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत समस्त गांवों से आधा किलोमीटर रास्ते के दोनों ओर वृक्षारोपण किया जाएगा, साथ ही गांव शुरू होने से पूर्व गांव के नाम का 4 वाई 3 फीट का बोर्ड भी लगाया जाएगा, जिससे किसी नए व्यक्ति को पता हो सके कि वह किस गांव में प्रवेश कर रहा है। इसके अलावा गांव के समस्त सार्वजनिक स्थल जैसे विद्यालय, मंदिर, आंगनबाड़ी केन्द्र पंचायतघर को रंगापुतवाकर सुन्दर बनाया जाएगा।
सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में विकासखंड समरेर, दातागंज, सहसवान, दहगवां, सालारपुर, उझानी, कादरचौक, वजीरगंज एवं बिसौली के ग्राम प्रधानों के साथ ग्रामीण स्वच्छता, शिक्षा एवं वृक्षारोपण के संबंध में बैठक आयोजित की। उन्होंने कहा कि जनपद में 250 तालाबों पर हुए वृक्षारोपण में जो प्रधान शत प्रतिशत पेड़ों को बचा लेगा ऐसे जनपद के 10 प्रधानों को एक-एक लाख रुपए विशेष तौर पर क्रिटिकल फंड से विकास के लिए दिए जाएंगे। प्रधान अपनी मर्जी से ग्राम सभा में कहीं भी विकास करा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी प्रधानों को 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन सम्मानित करेंगे। उन्होंने कहा सभी लोग एक व्यक्ति एक वृक्ष योजना के अंतर्गत अपने-अपने घरों तथा जहां भी जगह हो वहां पर पौधारोपण करें। मुख्यमंत्री कृषक धन योजना के अंतर्गत किसानों द्वारा वृक्षारोपण किया जाएगा जिस किसान का जॉब कार्ड होगा उसे अपने ही खेत में गड्ढा खोदने पर मनरेगा की तरफ से मजदूरी मिलेगी। उन्होंने कहा जो भी व्यक्ति 300 से अधिक पेड़ों का पौधारोपण करेगा उसे पौधे मेंटेनेंस तथा 3 माह के लिए एक मजदूर मनरेगा की तरफ से दिया जाएगा।
डीएम ने डीसी मनरेगा राम सागर यादव को निर्देश दिए कि प्रत्येक ब्लॉक वार प्रधानों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए और ग्राम प्रधानों द्वारा ग्रुप में पोस्ट की गई समस्या का तत्काल निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने समस्त ग्राम प्रधानों को संकल्प दिलाया कि शिक्षा, स्वच्छता तथा वृक्षारोपण का कार्य युद्ध स्तर पर करेंगे। समस्त ग्राम प्रधान अपना गांव स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने में सभी लोग मिलकर पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सिर्फ प्रातः 8 से 10 बजे तक कुल 2 घंटे श्रमदान करके अपना गांव स्वच्छ एवं सुंदर बना सकते हैं। अशिक्षित माता-पिता को उनके बच्चे खेल खेल में पढ़ाई करके शिक्षित करें इससे जनपद की साक्षरता दर में सुधार आएगा। गांव में पूरी टीम बनाकर लोगों को समझाया जाए कि शौचालय साफ-सुथरा रखें, शौच करने के बाद हाथ ल्यूकिड साबुन से धोएं। गांव में कहीं जल भराव, कूड़ा कचरा, घूरा आदि की समस्या उत्पन्न न होने पाए। इन तमाम जानकारियों की गांव में खुली बैठक की जाए और सभी गांव में इस अभियान के बारे में पूरे गांव वासियों को जानकारी दी जाए तथा इसके अनुसार साफ सफाई की व्यवस्था करा लें यदि कर्मचारी कम हो तो मजदूर लगा कर या अन्य मशीनों का उपयोग करके प्रत्येक दशा में गांव में 25 जुलाई से 31 जुलाई तक अभियान चलाकर गांव को साफ सुथरा बना दिया जाए। कोई नाली अगर टूटी है तो उसकी मरम्मत कर दी जाए एवं सड़क की मरम्मत की जाए। 25 से 31 जुलाई तक अभियान चलाया जाए और गांव में स्वच्छता के बारे में जानकारी दी जाए। शौचालय के उपयोग के बारे में शौचालय को साफ सुथरा रखने के बारे में पूरे गांव को जानकारी दी जाए। इस अभियान में ग्रामीणों का सहयोग लेकर उनको इनके बारे में विस्तार से बताया जाए। डीएम ने समस्त एडीओ पंचायत को निर्देश दिए कि गांवों में लगने वाले बाजारो में बाजार प्रबन्धकों से एक-एक स्वच्छ शौचालयों का निर्माण करवाएगे। समस्त ग्राम प्रधान गांधीवादी तरीके से 29 जुलाई को श्रमदान करके गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाना है।

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