बदायूँ: जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाएं ध्वस्त, बाजार से लिखी जा रही दवाएं।

बदायूँ :  प्रदेश शासन के आबकारी आयुक्त/जनपद के नोडल अधिकारी धीरज साहू के सामने जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की ऐसी पोल खुली कि सीएमओ, सीएमएस एवं चिकित्सकों को जवाब देते नहीं बना। आर्था वार्ड में डॉक्टर की अनुमति के बिना ही कम्पाउंडर राहुल ने तीमारदारों से पेन किलर इंजेक्शन बाजार से मंगाकर मरीज राशिद के लगा दिया। इमरजेंसी कक्ष में व्याप्त गंदगी और तिथि कलेण्डर माह मई से न पलटने की लापरवाही देखकर नोडल अधिकारी ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की। मेडिसिन वार्ड में भर्ती घनश्याम ने भी शिकायत की कि जब वह इमरजेंसी में भर्ती हुआ था तो उससे भी बाजार से इंजेक्शन मंगाया गया था।
सोमवार को नोडल अधिकारी जनपद भ्रमण के पहले दिन जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह,  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सहित अन्य सम्बंधित अधिकारियों के साथ सर्वप्रथम जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। इमरजेंसी कक्ष और वार्ड में लम्बे समय से रंगाई-पुताई न होने पर भी घोर अप्रसन्नता व्यक्त की। नोडल अधिकारी ने उपस्थिति पंजिकाओं को चेक किया तो पाया कि कई चिकित्सक लंबे समय से चिकित्सालय में ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे लापरवाह चिकित्सकों की सेवा समाप्ति की कार्यवाही अमल में लाई जाए। इमरजेंसी वार्ड सहित अन्य वार्डां में पहुँचकर नोडल अधिकारी मरीजों से रूबरू हुए और उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा व्यवस्थाओं के सम्बंध में जानकारी ली। ओपीडी के साथ ही जनरल एवं आर्था ऑपरेशन थिएटर, एनआरसी केन्द्र, औषधि वितरण केन्द्र का निरीक्षण किया। दवाओं की उपलब्धता के सम्बंध में जानकारी लेते हुए कहा कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी कक्ष तथा ओपीडी में मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सी एवं बैंच की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। चिकित्सक एवं स्टाफ निर्धारित समय पर ड्यूटी पर उपस्थित हों। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी मरीज को बाजार से दवाएं न लिखी जाएं।

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