बदायूँ: पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा डिजिटल वांलेन्टियर वाट्सएप ग्रुप के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने वरिष्ठ उप निरीक्षक के साथ की गयी गोष्ठी
बदायूँ: पुलिस का सहयोग करने वाले समभ्रान्त व्यक्तियों से जुड़ने हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा डिजिटल वांलेन्टियर वाट्सएप ग्रुप के सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जनपद के समस्त थानों के वरिष्ठ उ0नि0 गणों के साथ की गयी गोष्ठी के सम्बन्ध में ।
आज दिनांक 07.09.18 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार द्वारा पुलिस लाइन सभागार में डिजिटल वांलेन्टियर के सम्बन्ध में गोष्ठी की गयी । जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक नगर जितेन्द्र श्रीवास्तव द्वारा नोडल अधिकारी मीडिया सेल द्वारा जनपद के समस्त पुलिस अधिकारीगण को डिजिटल वांलेन्टियर के सम्बन्ध में अवगत कराया गया तथा अपने-अपने थाना क्षेत्र के सम्मानित लोगो द्वारा एक वाट्सएप ग्रुप को संचालित करने हेतु निर्देशित किया गया,जिसमें बताया गया है कि सोशल नेटवर्क के जरिए जनपद में हो रही घटनाओं का सही तथ्य के आधार पर कार्यवाही कराने हेतु एवं गलत होने पर अंकुश लगाने हेतु डिजिटल वांलेन्टियर ग्रुप का संचालन किया गया जिसमें समस्त थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के शिक्षक,प्रधानाचार्य,सेवानिवृत सेनिक,पुलिस पेंशनर्स,क्षेत्र के पत्रकार,सामाजिक संघटन,पूर्व-वर्तमान सभासद,पूर्व ग्राम प्रधान,पूर्व/वर्तमान वीडीसी सद्स्य ,आशा बहू, ग्राम सचिव, एएनएम,कोटेदार,डाक्टर,वकील, प्रमुख व्यापार मण्डल के पदाधिकारी व मन्दिर मस्जिद के पंडित व मौलवी विशेष पुलिस अधीकारी, सिविल डिफेन्स,क्षेत्र के होमगार्ड व अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति को इस वांलेन्टियर ग्रुप में जोड़कर हमें अपने थाना क्षेत्र में संदिग्ध घटनाएं तथा होने वाली घटनाओं के बारे में इस ग्रुप के माध्यम से जानकारी प्राप्त होगी। जैसे Whatsapp द्वारा फॉरवर्ड की गई अफवाहों से कई प्रकरणों में शांति व्यवस्था प्रभावित हुई है एवं ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश पुलिस को भी सोशल मीडिया पर डालने वाली उपरोक्त अफवाहों को रोकने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर जनता से कुशल संवाद किया जा रहा है जिससे देश में इसकी सराहना हो रही है। इस प्रकार की अफवाह को रोकने के लिए वायरल चेक ट्विटर हैंडल @UPPViralCheck बनाया गया है, जिससे इस प्रकार के ट्वीट भी किए जाते हैं ।इसके साथ ही आवश्यकता भी महसूस की जा रही कि वाट्सएप पर फैलने वाली अफवाहों का खंडन करने के लिए WhatsApp का भी प्रयोग किया जाए। बहुत बड़ी संख्या में देश में लोगों द्वारा WhatsApp का प्रयोग किया जाता है। किसी भी प्रकार की आकस्मिक सूचना देने के लिए इसका प्रयोग नहीं होगा। आकस्मिक सूचना देने के लिए लोगों द्वारा डायल-100 का ही प्रयोग किया जाएगा तथा इस आवश्यकता को देखते हुए थाना स्तर पर डिजिटल वालेंटियर्स बनाया जाए जिसके लिए प्रत्येक थाना पर WhatsApp ग्रुप बनाया जाए जिसमें 250व्यक्ति निम्न श्रेणी के रखे जाएंगे शिक्षक, प्रधानाचार्य, सेवानिवृत्त सैनिक, पुलिस पेंशनर्स, क्षेत्र के पत्रकार, सामाजिक संगठन ,पूर्व वर्तमान सभासद, पूर्व वर्तमान ग्राम प्रधान , पूर्व वर्तमान बीडीसी सदस्य, छात्र नेता, आशाबहू, ग्राम सचिव, एएनएम, कोटेदार, डॉक्टर, वकील, प्रमुख व्यापारी, मंदिर और मस्जिद के पुजारी मौलवी ,विशेष पुलिस अधिकारी ,सिविल डिफेंस, क्षेत्र के होमगार्ड ,अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति को चयनित करने के लिए जनपद स्तर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/ पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाए जिसमें संबंधित अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक अपराध को सम्मिलित किया जाए उक्त विचार विमर्श करके बायोडाटा के आधार पर ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित करें जो सामाजिक व्यवस्था में सहयोग देने वाले हो एवं सोशल मीडिया पर सक्रिय एवं स्वच्छ छवि के हों। उपरोक्त व्यक्तियों से फार्म हार्ड कॉपी पुलिस की वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर भी भरवाया जाए जिससे उनका डेटाबेस सुरक्षित रह सके WhatsApp ग्रुप के क्षेत्राधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक को भी जोड़ दिया जाएगा। स्थानीय स्तर पर किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने पर पुलिस का पक्ष रखने के लिए थानों के WhatsApp ग्रुप में सही सूचनाओं से लोगों को अवगत कराया जाएगा । डीजीपी मुख्यालय द्वारा किसी भी महत्वपूर्ण सूचना को जनपदीय मीडिया सेल को भेजे जाने पर उनके द्वारा सभी थानों के WhatsApp ग्रुप में अग्रसारित किया जाएगा। किसी भी प्रकार की राजनीतिक, सांम्प्रदायिक या आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले व्यक्ति को ग्रुप से निकाल दिया जाए जिससे WhatsApp की स्वच्छता बरकरार रखी जा सके। थानाध्यक्ष / क्षेत्राधिकारी जनता से संवाद बनाए रखेंगे ।डिजिटल वालंटियर के कर्तव्य आकस्मिक घटना की सूचना तत्काल यूपी 100 पर दी जाए।
2- क्षेत्र में किसी प्रकार की अफवाह फैलने पर पुलिस को इसकी सूचना देना अफवाओं के संबंध में जनसामान्य को सही तत्थ्यों से व्यक्तिगत रूप से एवं सोशल मीडिया ( WhatsApp, Facebook के माध्यम से अवगत कराते हुए अफवाहों का खंडन करना।
3- क्षेत्र में बाहर से आकर होटल सराय में रुकने वाले अथवा किराए पर रहने वाले संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी होने पर पुलिस को अवगत कराना ।
4- स्कूल कॉलेज एवं कोचिंग संस्थानों के आसपास दुकानों और ठेंलों आदि पर अनावश्यक बैठने वाले मनचलों की जानकारी देना ।
5- क्षेत्र में होने वाले अवैध व्यापार जैसे शराब गांजा स्मेंक आदि व इनमें लिप्त व्यक्तियों की जानकारी देना ।
6- क्षेत्र में लगने वाले मेले एवं त्यौहार के संबंध में कानून व्यवस्था से संबंधित कोई बात होने पर तत्काल जानकारी में लाना ।
7 – क्षेत्र में रहने वाले पुराने अपराधी जो हत्या , लूट, डकैती ,अवैध शस्त्र बेचने, अवैध शराब बिक्री, बलात्कार आदि में जेल में बंद रहे हो वह जमानत पर बाहर आकर यदि आपराधिक गतिविधि करते हैं तो उसकी जानकारी देना ।
8- किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक समस्या के होने पर दोनों पक्षों के लोगों से वार्ता कर समस्या का समाधान कराने में पुलिस का सहयोग करना ।
9- किसी भी प्रकार की घटना या दुर्घटना होने पर जनता के लोगों द्वारा आक्रोश में आकर किए जाने वाले धरना प्रदर्शन पर उनको समझाने में पुलिस का सहयोग करना ।
10- गांव में किसी जमीन के कब्जे व बंटवारे संबंधी समस्या में पुलिस द्वारा लगायी जाने वाली जनचौपाल में भाग लेकर गांव की समस्या गांव में ही निपटाने में पुलिस का सहयोग करना ।
11- उत्तर प्रदेश पुलिस के twitter @uppolice, Facebook पेज uppolice एवं यू-ट्यूब चैनल uppolice को फालो कर सूचनाओं से स्वयं को अपडेट रखेंगे ।
इस सम्बन्ध में श्रीमान पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा पत्रांक जारी किया गया जिस के अनुपालन में श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बदायूं श्री अशोक कुमार द्वारा पूर्व में समस्त थाना प्रभारियों को वॉलंटियर ग्रुप बनाने हेतु निर्देशित किया गया