बदायूँ: बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े
बदायूँ : जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने स्वैच्छिक संगठन अवध हस्त शिल्प सेवा संस्थान लखनऊ द्वारा संचालित आरिफपुर नवादा स्थित बाल गृह (बालक), मीराजी की चौकी स्थित बाल गृह (बालिका) एवं सिविल लाइन स्थित बाल गृह (शिशु) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय बाल गृह में कुल 33 संवासी निवासरत मिले। डीएम ने स्वयं सभी संवासीयों से बाल गृह द्वारा उपलब्ध कराई जा रही व्यवस्थाओं जिसमें खान-पान, शिक्षा वस्त्र एंव अन्य आवश्यकताओं के विषय में भी जानकारी ली। बाल गृह में एक बालक ने बताया कि वह सुदामा स्टेट, साउढी गाँव गांधी नगर गुजरात का रहने वाला है तथा एक अन्य बालक ने पूछताछ में बताया कि वह रजापुर थाना रविनगर गाजियाबाद का रहने वाला है उक्त दोनो बालको के पते की खोज कराते हुये उनके घर भेजे जाने हेतु जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चन्द्र को निर्देशित किया। डीएम ने बाल गृह अधीक्षक को निर्देशित किया कि वह गृह में निवासरत सभी संवासियो के निकट के प्राथमिक एंव जूनियर विधालय में शिक्षा ग्रहण करनें हेतु नियमित रूप से अपनी अभिरक्षा में ले जायें। उन्हांने बाल गृह में अनियमित्ताएं मिलने पर कडी नराजगी जताई गयी तथा बाल गृह अधीक्षक को सभी अव्यवस्थाओं को दूर करने हेतु सख्त निर्देश दिये। बाल गृह बालिका में कुल 19 संवासनी निवासरत है। बाल गृह के अधिकांश कर्मचारी अनुपस्थित मिले जिसकी जाँच हेतु नगर मजिस्ट्रेट संजय कुमार सिंह को आदेशित किया गया बाल गृह बालिका में चल रही अनिमितताओं को दूर करने के लिये जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया गया। स्वैच्छिक संगठन दलित ग्रामीण विकास संस्थान बदायूँ द्वारा संचालित बाल गृह (शिशु) कृष्णापुरी सिविल लाइन बदायूँ में 07 बच्चे निवासरत मिले प्रत्येक बच्चे से वार्ता की गयी। उन्होंने सभी बाल गृहों के अधीक्षकों को निर्देश दिए कि सारी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण की जाएं और बच्चों को किसी प्रकार की तकलीफ का सामना न करना पड़े।