बदायूँ: बुखार से पीड़ित मरीज की पहले किट से ही जांच की जाए

बदायूँः  संक्रामक रोगों पर नियंत्रण पाने के लिए डाक्टर्स बुखार से पीड़ित मरीजो को सबसे पहले किट से ही जांच करें। मरीजों के लिए जिला चिकित्सालय के बाहर से दवा लिखी जाए। वार्डों में साफ सफाई, देखरेख कहीं पर भी जलभराव न होने पर विशेष ध्यान रखे।
सोमवार को सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, जिलाध्यक्ष अध्यक्ष हरीश शाक्य एवं जिला अधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। बुखार से पीड़ित आए लोगों को सबसे पहले किट से जांच कर दवाई दी जाए जिससे उनको एक ही बार में फायदा हो सके। अस्पताल में संक्रामक रोगों से ग्रसित मरीजों से हालचाल पूछा। भर्ती मरीजों को निशुल्क इलाज एवं सारी दवाई अस्पताल में उपलब्ध कराई जाए मरीज को दवाई बाहर बाजार से लिखे। डॉक्टर्स समय-समय पर दिन रात वार्डों में जाकर मरीजों की देखभाल करते रहे। उन्होंने मरीजों को वितरित किए जाने वाले खाने को भी देखा और निर्देश दिए कि खाना शुद्ध क्वालिटी का दिया जाए। अस्पताल मे जलभराव देकर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी सीएओं को निर्देश दिए कि तत्काल गड्ढे में मिट्टी डालकर जलभराव को खत्म करें। सभी डॉक्टर्स समय से ड्यूटी पर आकर मरीजों का इलाज करे। ब्लड के सैंपल टेस्ट किए जाने वाले प्रयोगशाला में जाकर डॉक्टरो को निर्देश दिए कि समय से जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं जिससे मरीज का सही इलाज हो सके। मरीजों के तीमारदारो से भी पूछा कि किसी प्रकार का कोई शुल्क अस्पताल में लिया जाता है तो उन्होंने बताया कि निःशुल्क इलाज किया जाता है कोई पैसा नहीं लिया जाता है। उन्होंने तीमारदारों से कहा कि कोई भी गांव में बीमार पड़ता है तो तत्काल उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराएं जहां निशुल्क इलाज किया जाएगा। अस्पताल में आए हुए मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी बुखार से पीड़ित मरीज अस्पताल में आ जाएगा उसे ही संक्रामक रोग से जल्द से जल्द आराम मिलेगा। कोई भी बुखार से पीड़ित व्यक्ति को झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में न डालें सीधे जिला अस्पताल में भर्ती कराएं।

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