बदायूँ: रक्तदान करने से छुपी बीमारियों के बारे में भी पता चल जाता है : डीएम
बदायूँ : गूँज सामाजिक जन कल्याण शिक्षा समिति की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, यहां 91 लोगों ने रक्तदान किया। शिविर में रक्तदान करने को लेकर लोगों में काफी उत्साह रहा। विद्यार्थियों, व्यापारियों, कर्मचारियों, अधिकारियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने रक्तदान किया। सभी रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र दिए गए।
गुरुवार को उझानी स्थित भगवान पैलेस में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने फीता काटकर रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। उन्होंने रक्तदाताओं और आम लोगों को रक्तदान करने के फायदे भी बताए। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से न सिर्फ किसी दूसरे की जान बचाई जा सकती है, बल्कि इससे सेहत को अनेको फायदे होते हैं। ज्यादातर लोग यह सोचकर रक्तदान करते हैं कि इससे किसी की जिंदगी बच सकती है और कई लोग ऐसे होते हैं जो यह सोचकर रक्तदान नहीं करते हैं कि इससे उनकी सेहत खराब हो जाएगी, जो कि एक भ्रम के अलावा कुछ भी नही है। ऐसे लोग सोचते हैं कि रक्तदान करने से शरीर में खून की कमी हो जाएगी, जबकि ऐसा नहीं है। रक्तदान के समय जितना खून लिया जाता है, वह 21 दिनों में शरीर में फिर से बन जाता है। रक्तदान का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे रक्तदाता के अंदर छुपी सभी बीमारियों के बारे में पता चल जाता है, क्योंकि रक्तदान करते समय सात तरह के टेस्ट किए जाते हैं, अगर व्यक्ति को कोई बीमारी है तो उसका पता चल जाता है। अच्छी बात यह है कि ब्लड डोनेट करने कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इससे ज्यादा कैलोरी और फैट बर्न होती है, नए सेल्स बनते हैं। डॉक्टर मानते हैं कि ब्लड डोनेट करने से खून पतला बनता है जो दिल के लिए फायदेमंद रहता है। रक्तदान करने से कैंसर होने का खतरा 95 प्रतिशत तक कम हो जाता है। तत्पश्चात डीएम ने सभी रक्तदाताओं से उनका हालचाल पूछा तथा उनको माला पहनाकर व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय बदायूँँ एवं मिशन अस्पताल बरेली की टीम, गूँज सामाजिक जन कल्याण शिक्षा समिति के पंडित किशन चन्द्र शर्मा, डॉ. रिजवान अहमद, राजन महंदीरत्ता एवं विक्रांत महंदीरत्ता, उग्रवी शाक्य, निरीशा यादव, निहारिका यादव सहित अन्य लोग मौजूद रहे।