बदायूँ:- सद्भावना मंच की ओर से नगर स्थित अल फ़रिया हॉस्पिटल में सांप्रदायिक सौहार्द क्यों और कैसे विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया

बदायूँ:- सद्भावना मंच की ओर से नगर स्थित अल फ़रिया हॉस्पिटल में सांप्रदायिक सौहार्द क्यों और कैसे विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ कुरान के पवित्र पाठ से हाफिज मोहम्मद शोएब ने किया इसके बाद यहां मौजूद जमाते इस्लामी हिंद के मंडल अध्यक्ष श्री अतीक अहमद शफीक इस्लाही ने कुरान का परिचय कराते हुए कहा कि कुरान मजीद सिर्फ मुसलमानों की किताब नहीं है बल्कि यह इंसानो की किताब है कुरान मजीद से हम सबको फायदा उठाना चाहिए उसको पढ़ कर समझना चाहिए कि ईश्वर ने इसके जरिए हमें क्या करने का हुकुम दिया है
इसके बाद सद्भावना मंच बदायूं के संचालक श्री सिराज अहमद ने सांप्रदायिक सौहार्द क्यों और कैसे विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शान्ति और सदभाव किसी भी देश की मूल आवश्यकता है। एक राष्ट्र तभी शांति और सदभाव हासिल करता है, अगर वह समृद्ध हो सके। हमारे देश के संविधान में नागरिकों के बीच राजनीतिक और सामाजिक समानता सुनिश्चित करने के लिए कानून का प्रावधान है ताकि संघर्ष से बचकर अपने नागरिकों के बीच सदभाव बनाए रख सकें। और कहा कि अगर समाज में सांप्रदायिक सौहार्द कायम रखना है तो हम एक दूसरे की मदद करनी होगी बिना भेदभाव के बिना जाति धर्म देखे हुए तभी समाज में सांप्रदायिक सौहार्द कायम रह सकती है ।
इसके बाद सद्भावना मंच के ज़िला अध्यक्ष श्री एड0 एस सी जौहरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की भारत अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्था और धर्मनिरपेक्षता के लिए जाना जाता है जो देश में शांति और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी नागरिकों को राजनीतिक और धार्मिक समानता देती है। हालांकि कई ऐसे कारक हैं जो देश में शांति को भंग करते हैं । हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना है और समाज में भाईचारा कायम करने के लिए तत्पर रहना होगा एक दूसरे की मदद करनी होगी
इसके बाद कार्यक्रम में मौजूद सलीमुद्दीन एडवोकेट, दिनेश शर्मा,सफीर उद्दीन एडवोकेट, आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए और अंत में विचार गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे डॉ इत्तेहाद आलम ने अध्यक्षीय भाषण देते हुए कहा कि विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग भारत के विभिन्न हिस्सों में रहते हैं। हालांकि ये लोग बड़े पैमाने पर एक-दूसरे के साथ सदभाव में रहते हैं लेकिन कई कारणों के चलते अक्सर देश की शांति और सामंजस्य बाधित हो जाती है। कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए समाज में धर्म के आधार पर जाति के आधार पर झगड़ा करा कर फायदा उठा लेते हैं हमें ऐसे लोगों से बचना होगा
आखिर में रामपुर से आए मुख्य वक्ता के रूप में श्री मोहम्मद बदी उज्ज़मा जी ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि हम सभी भारतीय एक दूसरे पर निर्भर हैं । हमारे भारतीय समाज के लोग हमेशा से एक दूसरे के साथ शान्ति प्रेम एवं मानवता के साथ रहते चले आरहे हैं और कहा की हमारे भारत का कानून बहुत अच्छा हैं । लेकिन इसका क्रियान्वन और इसका पालन सही प्रकार से नहीं हो पा रहा है । शान्ति की स्थापना के लिए कानून को अपना काम करना चाहिए । इस मौके पर रियाज़ अहमद , डॉ नुसरत हुसैन , इम्तियाज़ अहमद,मुस्लिम अंसारी , सरफ़राज़ अब्बासी आदि लोग रहे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published.