बदायूँ: 1856 बच्चों को छात्रवृत्ति स्वीकृति प्रमाण पत्र वितरितः विधायक
बदायूँः राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर शासन द्वारा संचालित पूर्वदशम एवं दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत मुख्य अतिथि सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता एवं जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में छात्रवृत्ति प्रमाण पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कक्षा 9 एवं 10 के बच्चों को 3000 रुपए प्रतिवर्ष स्कॉलरशिप मिलेगी। कक्षा 11 एवं 12 के बच्चों को 3290 रुपए प्रति वर्ष छात्रवृत्ति के रूप में शासन द्वारा दिए जाएंगे। कक्षा 11 एवं 12 के छात्रवृत्ति आवेदन पत्र ऑनलाइन करने से जो बच्चे वंचित रह गए है और उनकी वार्षिक आय दो लाख रुपए हो वह 10 अक्टूबर तक अपना ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए पास के जन सेवा केंद्र पर आय, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैक पासबुक, फीस रसीद एवं गत वर्ष के अंक पत्र लेकर जाएं। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद विद्यालय में प्रधानाचार्य के पास जमा कर दें। हाईस्कूल के सामान्य वर्ग के बच्चों के लिए दो लाख एवं अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए दो लाख 50 हजार रुपए वार्षिक आय होनी चाहिए।
मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य अतिथि द्वारा पूर्वदशम छात्रवृत्ति, दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति नवीनीकृत छात्रयोजनान्तर्गत अल्पसंख्यक के 379, अन्य पिछड़ा वर्ग 1258, अनु0जाति जनजाति 157 एवं सामान्य वर्ग 62 कुल 1856 बच्चों को छात्रवृत्ति स्वीकृति प्रमाण पत्र वितरित किए गए। विधायक ने कहा कि शासन द्वारा छात्रवृत्ति बहुत अच्छी योजना चलाई जा रही है इस योजना के लाभ से बच्चे आगे की पढ़ाई लिखाई अच्छे तरीके से कर सकेंगे। उन्होंने बच्चों से कहा कि तुम्हीं हो देश के भविष्य, तुम्हीं ही देश के निर्माता। सभी बच्चे मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करके अपने देश को उन्नति की ओर ले जाएं। उन्होंने कहा कि लक्ष्य निर्धारित करके पढ़ाई करने से सफलता अवश्य मिलती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती है। गांधी जी का जो स्वच्छता का सपना था उसमें सभी बच्चे अपने माता पिता एवं आस पड़ोस के लोगों को कूड़ा इधर-उधर न फेंकने दें। कोई भी कूड़ा फेंकता हुआ दिखता है तो उसे प्यार से समझाएं कि कूड़ा इधर-उधर फेंकने से मच्छर पनपते हैं जिनसे विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो जाती है। उन्होंने सभी बच्चों को संकल्प दिलाया कि कूड़ा खुले में नहीं डालेंगे और न ही किसी को डालने देंगे। सभी बच्चे अपने घर के आसपास आगे-पीछे साफ सुथरा एवं स्वच्छ वातावरण बनाकर रखें। गांधी जी का स्वच्छता का पाठ सभी बच्चे अपने जीवन में उतारें।