मुरादाबाद: ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर लगाया आवास के नाम पर अवैध वसूली का आरोप। (हिलाल अकबर की रिपोर्ट)
मुरादाबाद बिलारी। ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम भूड़मरेशी मे प्रधानमंत्री आवास के नाम पर ग्राम प्रधान द्वारा बरती जा रही धांधली से लोगों में रोष व्याप्त है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के नाम पर लाभार्थियों से ग्राम प्रधान पति द्वारा 25000 रू सुविधा शुल्क लेने का मामला प्रकाश में आया है। लोगों का कहना है कि आवास की सूची में नाम आने से पहले 5000 एडवांस दिए गए तथा पहली किस्त पर 10000एवं दूसरी किस्त पर 10000 इस तरीके से एक लाभार्थी से 25 25000 रू वसूले गए हैं । इसको लेकर ग्रामीणों में रोष पनप रहा है। लाभार्थियों का कहना है कि अब तक इतवारी, चंद्रपाल, हरकेवल, जोगेंदर, श्रीनिवास, रणवीर सिंह, रघुवीर आदि के आवास बने हैं ।इन सभी से 25000 रू प्रत्येक लाभार्थी से प्रधान प्रेमवती के प्रतिनिधि प्रेम शंकर ने वसूले हैं। लाभार्थियों ने बताया की प्रधान प्रतिनिधि प्रेम शंकर ने उनसे यह रकम अधिकारियों के नाम से वसूली है ।इतवारी के पुराने मकान पर प्लास्टर करा कर उसके एवज में मोटी रकम वसूल कर नए आवास का रूप दे दिया गया है ।जबकि अगर इतवारी के आवास की जांच की जाए तो वह स्वयं ही बयां कर देगा कि मकान एक 2 वर्ष पूर्व का बना हुआ है। कुल मिलाकर ग्राम भूढ मरेशी में तमाम अनियमितताएं प्रधानमंत्री आवास योजना में बरती गई हैं। मोटी रकम वसूल कर सरकार के नियम कानूनों को धक्का साबित किया गया है। कुछ लाभार्थियों का कहना है कि उन्होंने आवास के लाभ लेने के लिए कर्ज लेकर प्रधान प्रतिनिधि को पैसा दिया है। उधर गांव के ही रतिभान छाया राजवती हुनर सिंह आदि के कच्चे मकान है जिनको प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है ।उनका कहना है कि हम प्रधान पति को सुविधा शुल्क के नाम पर मोटी रकम नहीं दे सके इसलिए हमें योजना का लाभ नहीं मिला गांव में प्रधान प्रतिनिधि प्रेम शंकर के रवैया को लेकर रोष पनप रहा है ।साथ साथ ग्रामीणों का कहना है कि 12000 रु की कीमत का शौचालय केवल 9500रु में बनवाया जा रहा है ।जिसमें पीला ईट एवं घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। ठेकेदार मनमाने तरीके से काम कर रहा है ।ग्रामीणों ने शौचालय एवं आवासों की किसी उच्च अधिकारी से जांच कराने की मांग की है ।लोगों का कहना है कि पिछले 1 माह से ज्यादा से शौचालय निर्माण का कार्य चल रहा है किंतु अभी तक सभी शौचालय अधूरे पड़े हैं एक भी शौचालय पूरा नहीं हो सका है।