वजीरगंज नगर के झोलाछाप डॉक्टर ने ली एक महिला की जान। (योगेश गुप्ता की रिपोर्ट)
बदायूँ/वजीरगंज: हल्के बुखार महिला प्रेमा देवी पत्नी छोटे लाल निवासी गोठा अपने बुखार की दवा अपने छोटे बेटे कुमरपाल के साथ वजीरगंज स्थित क्लीनिक पर आई वहां पर मौजूद डॉक्टर डी एस चौधरी जो कि एक लंबे समय विभागीय अधिकारी व सफेदपोशों के संरक्षण में अपना क्लीनिक संचालित कर रहे हैं महिला को दवाई व बोतल लगाई गई 2 दिन से भर्ती महिला को किसी प्रकार से कोई फायदा नहीं हुआ और हालत में सुधार होते हुए ना देख परिजनों ने डॉक्टर से बहुत आग्रह किया पर लेकिन डॉक्टर ने अपनी जेब के चक्कर में किसी की भी ना सुनी और परिजनों को डांट दिया बीती अर्ध रात्रि में डॉक्टर द्वारा कुछ दवाई खिलाने के बाद ही महिला की हालत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया घटना के बाद डॉक्टर अपना क्लीनिक छोड़कर भाग गया बताते चलें कि इस महिला का पति 3 माह पूर्व क्लीनिक से लगभग 500 मीटर दूरी पर अपने मकान के पास संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिला ऐसी घटनाएं जिले में अधिकांश होती रहती हैं और यहां हुई है जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार किसी भी झोलाछाप डॉक्टर को बिना डिग्री के प्रेक्टिस करने का अधिकार नहीं है हां आज भी बिना खौफ सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए अपनी मनमानी पर उतारू हैं देखना यह है कि इस घटना पर विभागीय अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं या फिर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति
सीएमओ बदायूं का कहना है की घटना मेरे संज्ञान में आई है जांच कर कार्यवाही की जाएगी