स्वच्छाग्रहियों को समय से मानदेय दिया जाए : डीएम
बदायूँ : स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जनपद को 2 अक्टूबर तक खुले से शौच मुक्त करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाए। प्रत्येक गांव में मॉडल शौचालय बनाकर राजमिस्त्री को प्रशिक्षण दे। गांव में स्वच्छता जागरूक रैली निकालने के लिए प्रत्येक प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालयों में एसएमसी टीम को एक-एक हजार रुपए दिए जाए। शौचालय निर्माण कार्य की कंट्रोल रूम बनाकर प्रतिदिन मॉनीट्रिंग की जाएं। स्वच्छाग्रहियों को समय से मानदेय दें।
बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभा कक्ष में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना अंतर्गत जिला स्वच्छता समिति/जिला स्वच्छ भारत मिशन मैनेजमेंट कमेटी की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने डीपीआरओ राजीव कुमार मौर्य को निर्देश दिया कि जो भी स्वच्छाग्रही मेहनत से गांव में जाकर कार्य कर रहे हैं उनका समय से मानदेय दिया जाए और जो कार्य में हीलाहवाली कर रहे हैं उनको बाहर निकाल दिया जाए। उन्होंने कहा कि जिस गांव में शौचालय बनाना प्रारम्भ करना है उन गांवों में एक मॉडल शौचालय बनाकर राज मिस्त्रियों को प्रशिक्षण दें, ताकि वह समस्त शौचालय निर्धारित मानकों के अनुसार ही बनाएं। डीएम ने कहा कि मास्टर बच्चे गांव में स्वच्छता की रैली निकालकर गांव के लोगों को समझाएं कि खुले में शौच करने से विभिन्न प्रकार की बीमारी तथा घटनाओ से बचा जा सकता है। शौचालय निर्माण की मॉनीट्रिंग जनपद स्तर पर विकास भवन में कंट्रोल रुम बनाकर की जाए तथा साथ ही सारा डाटा भी अपलोड किया जाए। जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिए कि जो भी स्वच्छाग्रही मेहनत और लगन से कार्य कर रहे है उन्हे मानदेय समय से दिया जाए और जो कार्य में लापरवाही कर रहे हो उन्हें टीम से बाहर किया जाए। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी सेवाराम चौधरी पीडी डीआरडीए रामसिंह एवं वरिष्ठ कोषाधिकारी हरीश चन्द्र यादव सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।