कछला: शरद पूर्णिमा पर लगायी आस्था की डुबकी

बदायूँ/उत्तर प्रदेश  कछला: शरद पूर्णिमा पर भागीरथ घाट पर दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। बारिश के चलते गंगा तट पर श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद जरूरतमंद लोगों को दान पुण्य किया। रविवार को शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने ब्रह्ममुहूर्त से हर हर गंगे के उद्यघोष के […]

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सुहागिनें आज मनाएंगीं करवा चौथ का त्यौहार

बताते चलें कि देश भर में सुहागिनों के लिए करवा चौथ के त्योहार को मनाने की एक अलग ही कशिश होती है जैसे के बता दें चंद्रमा की पूजा के लिए थाली में छलनी, अर्ध्य देने के लिए करवे में जल, व्रत खोलने के लिए पानी और मिठाई रखी जाती है। कुछ जगहों पर परंपरा के मुताबिक खील से भरे […]

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मेला ककोड़ा लगाए जाने के सम्बन्ध में भारतीय कुर्मी महासभा ने जिलाधिकारी को सौपा प्रार्थना पत्र

बदायूँ/उत्तर प्रदेश बदायूँ : मेला ककोड़ा लगाए जाने के संबंध में भारतीय कुर्मी महासभा की जिला इकाई ने जिलाधिकारी को संबोधित प्रार्थना पत्र एडीएम वित्त एवं राजस्व को सौंपा। कहा गया कि रोहिलखंड का मिनी कुम्भ प्राचीन ऐतिहासिक मेला ककोड़ा जनपद में लगभग 300 वर्षों से कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगता है। जिसमें मुख्यतः कुर्मी समाज एवं अन्य समाज […]

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चमत्कारी, दिव्य शक्तियों से होता है कई असाध्य रोगों का इलाज, निशुल्क

बदायूँ। विज्ञान के इस आधुनिक युग में पारलौकिक शक्तियों के बारे में विश्वास करना बहुत कठिन है। क्या आप इस पर विश्वास कर पायेंगे कि केवल अभिमन्त्रित जल पिलाकर अनेक असाध्य रोगों का इलाज सम्भव है? लेकिन यह अविश्वसनीय लगने वाली बात एकदम सत्य है। जी हाँ कस्बा उझानी के पास धौरेरा गाँव के एक मंदिर के भगत जी का […]

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राम स्वरुप तुम्हार…. विपर्णा शर्मा

राम कहाँ बसते हैं…बाबा तुलसी ने स्वाभाविक उत्तर दिया….”पूर्णतः समर्पित हृदय में”…. राम स्वरुप तुम्हार बचन अगोचर, बुद्धिपर। अबिगत अकथ अपार “नेति नेति”नित निगम कह ।। राम स्वरुप तुम्हार…. सुनहु राम अब कहउँ निकेता। जहाँ बसहु सिय लखन समेता।। जिन्हके श्रवण समुद्र समाना। कथा तुम्हारी सुभग सरि नाना।। भरहिं निरंतर होहिं न पूरे। तिन्हके हिय तुम कहुँ गृह रूरे।। लोचन […]

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श्री राम और महादेव का असीम प्रेम…. विपर्णा शर्मा

श्री विष्णु ने नारद जी से कहा है….. कोउ नहीं शिव सामान प्रिय मोरें। असि परतीति तजहु जनि भोरें।। जेहि पर कृपा न करहिं पुरारी। सो न पाँव मुनि भगति हमारी।। अर्थ… भगवान नारद मुनि से बोले की हे नारद! महादेव के समान मुझे कोई भी प्रिय नहीं है…इस विश्वास को तुम भूलकर भी मत छोड़ना…और फिर कहते हैं कि […]

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