कोरिया: एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र में पहुचकर महाप्रबंधक के सामल के समक्ष रो रोकर आपबीती सुनाई तो सह्दय सामल के भी अपने आंसू नही रोक पाए। (वेदप्रकाश तिवारी की रिपोर्ट)
कोरिया/चिरमिरी। बेटे के मृत्यु की पश्चात बाबू नूमा दलालों के द्वारा उसकी पत्नी को कागजी कार्रवाई कर मां माता को लालच देकर नौकरी दिलवाने के बाद मृतक की पत्नी नीलम के द्वारा ऐसी पलटी मारी की उसने अपनी बीमार सांस को हाॅस्पिटल से मिलने वाली दवा को भी बंद करवा दिया और उसका भरण पोषण देने के वादे पर माता ने नौकरी दिलवाई थी। आज उसी बहू के द्वारा उसे झूठी शिकायत कर जेल में दाखिल कराया। जेल से छूटने के पश्चात मां सुधनी बाई और मृतक की बड़ी बहन बूधनी बाई के द्वारा जीएम कार्यालय एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र में पहंुचकर महाप्रबंधक के सामल के समक्ष रो रोकर आपबीती सुनाई तो सह्दय सामल के भी अपने आंसू नही रोक पाए। और उनके द्वारा तत्काल बीमारी के ईलाज के लिए रीजनल के डाॅक्टर को पूर्ण रुपेण ईलाज करने को आदेशित किया और उसकी बहू और बाबू नूमा दलालों को अपने कार्यालय में अपने पीए को बुलाने के निर्देश दिए।दोनों ही पक्षों के समक्ष कानूनी कार्रवाई कर विचार करते हुए दुखी सुधनी बाई को न्याय दिलाने के लिए भरोसा दिया।
सुधनी बाई के द्वारा बताया गया कि मेरे पति के मरने के पश्चात मुझे कंपनी के द्वारा नौकरी दी गई। मेरे द्वारा 18 साल तक रीजनल हाॅस्पिटल में नौकरी की। तथा ज्यादा बीमार रहने के कारण अनफिट होकर अपने एकलौते पुत्र रामदास को नौकरी दी। परंतु गत वर्षो पूर्व उसकी भी मृत्यु हो जाने के कारण उसकी पत्नी का सेवा अभिलेख में उस समय तक नाम नही चढ़ा था। परंतु बाबू नूमा दलालों के द्वारा मुझे भरण पोषण और अच्छे से सेवा करने का लालच देकर उनके द्वारा समस्त कागजातो पर मेरा अंगूठा लगवाया। उसके बाद मेरे मृतक बेटे की जगह पर नीलम नाम की लड़की का नौकरी दिलवाया गया। जिसके द्वारा आज मुझे दर दर की ठोकरे खाने के लिए मजबूर कर दिया है। मैंने भरण पोषण और अन्य सुविधाएं देने के लिए मांग की तो उसके द्वारा उल्टे मेरे और मेरी बेटी के ऊपर झूठा केस में फंसाकर मुझे जेल भिजवाया गया। जहां से जमानत पर छूटने के पश्चात मैं अपनी हक की लड़ाई के लिए मरते दम तक लड़ूंगी। ऐसी ही फरियाद लेकर आज एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र मुख्यालय जीएम सामल के पास लेकर पहंुची जिनसे मुझे पूरी उम्मीद है कि न्याय दिलाएंगे। न्याय दिलाने हेतू पूर्ण रुपेण आश्वासन व उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया।