कोरिया:-जिले के सभी जगह महापर्व छठ का अनुष्ठान रविवार से शुरू हुआ। (वेदप्रकाश तिवारी की रिपोर्ट)

कोरिया:-जिले के सभी जगह महापर्व छठ का अनुष्ठान रविवार से शुरू हुआ।दीपावली में व्यापार के बाद शांत पड़े बाजारों में अब छठ को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। छठ पूजा में सूर्य को अर्घ्य देने के लिए इस्तेमाल होने वाले कलसूप और दऊरा बाजारों में पहुंच चुके हैं। छठ का यह अनुष्ठान बुधवार को समाप्त होगा। छठ को देखते हुए निगम प्रशासन ने भी तालाबों की साफ-सफाई की ओर विशेष ध्यान दिया
महापर्व को लेकर शहर में कुल 10 छठ घाटों की साफ-सफाई नगर निगम ने शुरु करा की है। तालाब की सफाई के साथ घाटो के रंग रोंगन का कार्य, व्रतियों की व्यवस्था के इंतजाम किए जा रहें है। छठ को लेकर बाजार में तैयारियां शुरु हो गई है। शहर के प्रमुख साप्ताहिक बाजारो सहित हल्दीबाड़ी, डोमनहिल मार्केट में सूप डाला मिलने लगे है। बाजार में सूप 60 से 80 रुपए व डाला 100 से 300 रुपए में उपलब्ध है। शहर के बाजारों में सूप डाला स्थानीय स्तर पर ही महिलाएं व पुरुष द्वारा बनाएं जातें है। काफी संख्या में ग्रामीण व्यवसायी भी सूप डाला तैयार कर बाजार पहुंच रहें है।
चार दिवसीय इस त्योहार की शुरुआत रविवार को नहाय खाय के साथ होगी। इस दिन व्रती सुबह स्नान करने के बाद लौकी की सब्जी और चावल खाकर अनुष्ठान की शुरुआत करेंगे। इसके बाद घर में अनुष्ठान संपन्न होने तक पूरी पवित्रता और नियमों का पालन शुरू हो जाएगा। सोमवार को छठ का दूसरा विधान खरना (लोहंडा) होगा। इस दिन व्रती पूरे दिन का उपवास रखेंगे। इसके बाद शाम को दूध में गुड़ और चावल का खीर व रोटी बनाकर छठ माता को भोग लगाया जाएगा। भोग लगाने के बाद परिवार के सभी लोग एक साथ बैठकर खरना का प्रसाद ग्रहण करेंगे। मंगलवार को छठ पूजा का पहला अर्घ्य दिया जाएगा। खरना की रात को प्रसाद करने के बाद व्रतियों का निर्जल व्रत शुरू होगा। उपवास रखकर ही सभी लोग शाम को छठ घाट पर पहुंचेंगे। वहां पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद बुधवार को उगते सूर्य को गाय के दूध से अर्घ्य देने और पारण के बाद छठ का अनुष्ठान संपन्न होगा। चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान को लेकर बाजार सजने लगा है। घाट तक अर्घ्य का सामान पहुंचाने के लिए बांस के दऊरा का इस्तेमाल होता है। वहीं अर्घ्य देने के लिए पीतल या बांस के कलसूप (सूपा) का इस्तेमाल किया जाता है। इन दोनों चीजों का खेप बाजार पहुंच चुका है। छठ व्रत करने वाली महिलाएं अभी से बाजारों में पहुंचकर इसकी खरीदारी भी कर रही हैं।
ज्ञात हो कि छठ साल में दो बार चैत और कार्तिक माह में किया जाता है। पर कार्तिक महीने में बड़े स्तर पर महिलाएं व पुरुष छठ पर्व करते हैं। रविवार को छठ पर्व का नहाय-खाय है। सोमवार को खरना है। मंगलवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया जाएगा। बुधवार को उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पण करेंगे। रविवार को शुरु हो रहा यह पर्व बुधवार को पारन के साथ संपन्न होगा। इस बार छठ महापर्व पर व्रतियों के लिए बहुत अच्छा संयोग बन रहा है। सूर्य षष्ठी पर्व पर सूर्य आर बुध का यह संयोग बुधादित्य योग बना रहा है, जो शुभ फल देने वाला है।
छठ की प्रमुख तिथियां
11 नवंबर, रविवार – नहाय खाय
12 नवंबर, सोमवार – खरना
13 नवंबर, मंगलवार – पहला अर्घ्य
14 नवंबर बुधवार – दूसरा अर्घ्य व पारण

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