बदायूँ: स्वतंत्रता दिवस पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिलाई जाएगी शपथ।

बदायूँः स्कूल की छात्राओं को सुरक्षा की जानकारी देने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जनपद में बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं। इस कड़ी में स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन के पावन अवसर पर बालिका सुरक्षा शपथ लिए जाने का निर्णय लिया गया। समाज के सभी नागरिक को विशेष रूप से लड़कों में बालिकाओं और महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना जागरूक हो। जहां एक ओर लड़के बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान हेतु जिम्मेदारी की शपथ लेंगे वही माता-पिता भी शपथ लेंगे, वह बेटा और बेटी में मतभेद नहीं करेंगे उन्हें समान आदर दे और अपने बेटों को अनुशासन में रखेंगे वह उन्हें बचपन से ही नैतिक मूल्य सिखाएंगे। महिलाओं के सम्मान की अत्यंत समृद्ध परंपरा रही है इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बालको एवं पुरुषों को व्यवहार परिवर्तन किए मौके देने की यह प्रथा सराहनीय है। लैंगिक समानता की ओर समग्र दृष्टिकोण के साथ बढ़ सके। आज इस बात की आवश्यकता है कि प्रत्येक व्यक्ति यानी प्रत्येक बालक, प्रत्येक पुरुष, प्रत्येक मां, प्रत्येक पिता, प्रत्येक परिवार लड़कियों के प्रति अपने दायित्वों को प्रतिबद्धता से निभाएगें। हर बालक और हर माता-पिता इस बात की शपथ ले कि वह महिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार की हिंसा के विरुद्ध हैं, तो निश्चय ही अपराध के ग्राफ में गिरावट आएगी। महिला एवं बाल विकास ने बालकों और माता पिता को संवेदनशील बनाए जाने के लिए 15 अगस्त, गणतंत्र दिवस एवं रक्षाबंधन के पावन अवसर पर विद्यालयों, कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर ग्राम प्रधान एवं अन्य गणमान्य लोगों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम वृक्षारोपण के उपरांत उपस्थित जन सामान्य द्वारा जिम्मेदारी शपथ ली जाएगी। यह प्रक्रिया सतत रूप से चलती रहे इसके प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन एवं गांधी जयंती के पावन अवसर पर नागरिकों द्वारा जिम्मेदारी की यह शपथ ग्रहण कराई जाएगी। स्कूलों, पंचायत घरों, सार्वजनिक स्थलों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में यह शपथ ली जाएगी। स्कूलों में हर अभिभावक अध्यापक सभा के दिन भी यह शपथ ग्रहण की जाएगी। साथ ही सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर विद्यालय में होने वाली प्रातः कालीन प्रार्थना सभा में भी महिलाओं एवं बालिकाओं के सम्मान एवं सुरक्षा पर चर्चा की जाएगी।
बेटियों के सुरक्षित वर्तमान और खुशहाल एवं प्रगतिशील भविष्य के लिए सरकार द्वारा बहुयामी में प्रयास होगा। बालिकाओं की सुरक्षा के लिए बने नियम कानूनों, उनके विकास एवं कल्याण के लिए संचालित सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए चलाए जा रहे जागरूकता अभियान मंजिल तक पहुंचने का एक जरिया है। कन्या सुमंगला तथा शिक्षण बालिका सम्मान बालिका सम्मान परिवार जैसी योजनाएं लड़कियों की शिक्षा और विकास के लिए प्रदेश के अभिनव कदम है।

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