बदायूँ: भ्रष्टाचार के विरुद्ध उप जिलाधिकारी सहसवान को सौंपा दस  सूत्रीय ज्ञापन/प्रत्येक गांव में एक सूचना कार्यकर्ता नियुक्त कर सहसवान को बनायेंगे आदर्श तहसील/दहगवा को नगर पंचायत  बनाने की उठी मांग।

बदायूँ: भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान तहसील सहसवान के तत्वावधान में पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार अभियान के सहयोगी दोपहर 11  बजे तहसील परिसर सहसवान में एकत्र हुए तदन्तर  तहसील सहसवान में  व्याप्त भ्रष्टाचार के विरूद्ध  जिला समन्वयक रामगोपाल एवं तहसील समन्यवयक अभय माहेश्वरी   के संयुक्त नेत्तृत्व मे दस सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी सहसवान के कार्यालय में सौंपा गया।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के  जिला समन्वयक रामगोपाल ने कहा कि सहसवान तहसील को भ्रष्टाचार मुक्त तहसील बनाने का हमारा सन्कल्प है, तहसील क्षेत्र के हर ग्राम में लेखपाल और ग्राम पंचायत अधिकारी न होने से भ्रष्टाचार में वृद्धि हो रही है। आज हमने दस सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा है।इन दस विषयों को लेकर हम वर्ष भर सन्घर्ष करेंगे। सहसवान तहसील अन्तर्गत ग्राम पंचायत दहगवा नगर पंचायत के मानक पूरे करती है, दहगवा को नगर पंचायत बनाने की मांग हमने उठायी हैं।पन्चायत राज व्यवस्था को प्रभावी बनाया जावे। जनसुनवाई पोर्टल बाबुओं के हवाले करके इस जनोपयोगी व्यवस्था को निष्प्रभावी कर दिया गया है। बदायूं तहसील के प्रत्येक गांव में एक सूचना कार्यकर्ता नियुक्त करके सहसवान तहसील को हम एक आदर्श तहसील बनाकर रहेंगे।
 भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सहसवान तहसील समन्यवयक अभय माहेश्वरी ने कहा कि स्वास्थय विभाग तहसील सहसवान में भ्रष्टाचार चरम पर है, नागरिकों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाएं उन्हें प्राप्त नहीं हो रही है। सरकारी चिकित्सक स्वय के अस्पताल चला रहे हैं या फिर निजी चिकित्सालयों में सेवाये दें रहें हैं। नागरिक झोलाछाप चिकित्सकों की सेवा लेने को विवश है। झोलाछाप चिकित्सकों व मानक के विरुद्ध चल रहे निजी चिकित्सालयों को विभागीय अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निष्क्रिय कर दिए गए हैं,उप स्वास्थ्य केन्द्र अस्तित्व में ही नहीं है। भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सहयोगियों ने सन्कल्प लिया है कि वर्ष भर स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध सन्घर्ष करेंगे तथा भ्रष्ट तत्वों को तहसील क्षेत्र में टिकने नहीं देंगे।
अभियान के मुख्य सहयोगी एम एच कादरी ने कहा कि तहसील सहसवान में जनोपयोगी कानून निष्क्रिय हैं, सूचना के अधिकार को हतोत्साहित किया जा रहा है। जनहित गारंटी कानून का पालन नहीं हो रहा है, नागरिकों को सरकारी सेवाएं समय से नहीं मिल रही है।शिक्षण संस्थाओं, धर्म स्थलों, चिकित्सालयों व सार्वजनिक भवनों के निकट मांस मछली, मदिरा एवं अन्य मादक पदार्थों का खुलेआम विक्रय हो रहा है। निजी विद्यालयों में मनमानी फीस,ड्रेस, पुस्तकों, वाहन व अन्य अनावश्यक गतिविधियों के नाम पर अभिभावकों का शोषण हो रहा है।
इस अवसर पर  भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के  संरक्षक मंडल के सदस्य डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह,एम एल गुप्ता, धनपाल सिंह,  सह जिला समन्वयक शमसुल हसन का भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
 इस अवसर पर प्रमुख रूप से जीवन, सिंहआर्येन्द्र पाल सिंह, रामविलास, फरीद अहमद, सतेन्द्र सिंह, शिशुपाल सिंह, धीरेन्द्र सिंह,मो चांद,सन्तोष कुमार, हरिओम आदि उपस्थित रहे

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