बदायूँ: प्रधान पूरे परिवार के साथ मिलकर करें श्रमदान: डीएम/प्रदेश में भी एक बच्चा नहीं हुआ है चोरी: एसएसपी
बदायूँ: जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने ब्लाक सालारपुर में ग्राम प्रधानों एवं ग्रामीणों के साथ तथा कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की। डीएम ने निर्देश दिए कि यदि गांव में कोई बीमार होता है तो प्रधान की जिम्मेदारी है कि उसे अपनी गाड़ी या 108 एंबुलेंस में बैठा कर तुरंत सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज में उसका उपचार कराएं। उन्होंने कहा कि बीमार हो जाने पर ग्राम प्रधान अपने विरोधी का भी इलाज कराए। इससे आपसी भाईचारा कायम होगा। झोलाछाप डॉक्टर की दुकान किसी हाल में न चलने पाए। अगर झोलाछाप डॉक्टर गांव में अपनी दुकान चलाता है तो तुरंत उसकी सूचना थाने में देकर उसे गिरफ्तार कराया जाए। झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही के कारण बहुत ही मौत हो जाती हैं जिन्हें वक्त रहते बचाया जा सकता था। 1 से 7 सितंबर के बीच विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा, जिसमें सभी ग्रामीण बढ़-चढ़कर हिस्सा ले। प्रधान अपने पूरे परिवार एवं समर्थकों के साथ विशेष सफाई अभियान में हिस्सा लें। गांवों में जागरूकता की अति आवश्यकता है। आवश्यकता पड़े तो मजदूर रखकर गांव की सफाई कराई जाए। गांव को सुंदर और साफ सुथरा बना दंे। उन्होंने निर्देश दिए कि नाले-नालियों में एंटी दवा का छिड़काव कराएं। मच्छर को किसी हाल में पैदा न होने दंे। गांव को बीमारी से प्रत्येक दशा में बचाना ह।ै डीएम ने कहा है कि उन्होंने सभी कार्यालय से सफाई कर्मचारियों को मुक्त कर दिया है सफाई कर्मचारी अपने तैनाती क्षेत्र में जाकर सिर्फ सफाई कार्य को अंजाम देंगे। डीएम ने निर्देश दिए कि सफाई कर्मचारियों का नाम और उनका मोबाइल नंबर बड़े-बड़े अक्षरों में गांव की किसी ऐसी दीवार पर लिखवाया जाए जिसे दूर से आसानी से देखा जा सके। सफाई कर्मचारी के कार्य करने का समय सर्दी में प्रातः 8 बजे से अपराह्न 3 बजे तक एवं गर्मी में प्रातः 7 बजे उसे 2 बजे तक होता है, इसे भी लिखवाया जाए। बड़े गांव में प्रधान सफाई कर्मचारी का रोस्टर बनाकर सफाई कराएं।
लावारिस गौवंश को तुरंत गौशालाओं में बंद किया जाए। कोई भी आवारा गौवंश सड़कों पर घूमता नजर नहीं आना चाहिए। डीएम ने निर्देश दिए कि गोवंश को पालने के इच्छुक व्यक्तियों को 900 रुपए प्रति महीना की दर से उनका भुगतान किया जाए। एक व्यक्ति अधिकतर 4 गोवंश रख सकता है। दूध निकाल कर जानवरों को आवारा छोड़ देने वाले लोगों के बारे में खंड विकास अधिकारी एवं उप जिलाधिकारी को अवगत कराएं। ऐसे लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कर गांव को सुंदर बनाएं। तालाब किनारे पेड़ लगाए जाएं और बैठने के लिए बेंच भी डाली जाए। जिससे शाम को वहां बैठकर आपस में बात करने का मन करें। तालाबों का सौदर्यकरण किया जाए। डीएम ने निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को चेक करें कि कोई बच्चा कुपोषित तो नहीं है। यदि कोई बच्चा कुपोषित हो तो उसे तत्काल एनआरसी में भर्ती कराएं और ध्यान देकर उस बच्चे को स्वस्थ करें। ग्राम प्रधान के पास गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों की सूची होनी चाहिए। ग्राम प्रधान एवं गांव के मौजिज़ लोग ही आंगनवाड़ी केंद्र पर पुष्टाहार वितरण करेंगे। लाल श्रेणी वाले बच्चों के खाने-पीने का खास ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालय के आसपास 400 मीटर भूमि खाली हो तो उस पर सब्जी बुआकर लाल श्रेणी के बच्चों को बांटी जाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय पर एक सुंदर पार्क बनाया जाए। डीएम ने कहा कि कृषकों के लिए खाद की कोई कमी नहीं है। जितनी भी खाद की आवश्यकता हो तो उतनी खाद प्राप्त की जा सकती है। यदि खाद मिलने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत आ रही हो तो कृषक वहीं से डीएम को मैसेज करें, उस पर कार्यवाही की जाएगी। डीएम ने कहा कि गांव में शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है। प्रधान समय-समय पर साक्षरता अभियान चलाते रहे। थोड़ी सी मेहनत करके गांव को शिक्षित बनाया जा सकता है। ग्राम प्रधान को हर घर में मौजूद बच्चे के बारे मंे पता होना चाहिए। यदि कोई बच्चा स्कूल न जाए तो ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी है कि उसे गोदी में उठाकर स्कूल छोड़कर आए। मदनजुड़ी गांव में देखा गया है कि जहां बच्चों ने अपने अभिभावकों को खेल-खेल में पढ़ना सिखाया है, इस प्रकार की नई-नई मिसाले बनाई जाए। ग्राम प्रधान एवं मौजिज़ लोग बच्चों के साथ बैठक मिड्डे मील खाएं व उसको चेक करें। उन्होंने कहा कि कायाकल्प अभियान अन्तर्गत स्कूल, पंचायत घर, एएनएम सेंटर तथा आंगनबाड़ी केन्द्र सहित सरकारी भवनों को रंगवा-पुतवाकर संुदर बनाया जाए। स्कूलों को घर से ज्यादा सुन्दर बनाया जाए। किसी प्रकार की कोई गंदगी न हो। उन्होंने विद्युत विभाग को जिन आंगनबाड़ी कंेद्रों पर लाइट का कनेक्शन न हो वहां स्कूल से लाइट का कनेक्शन कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि भूमि विवाद में जो भी हेर-फेर करेंगे उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही कर जेल भेजा जाएगा, वह हवालात में जाने की तैयारी कर लें। एसएसपी ने कहा कि जिस प्रकार संचारी रोग फैलता है ठीक उसी तरह बच्चा चोरी की फर्जी खबर बहुत तेजी से वायरल हो रही है, जबकि हकीकत यह है कि पूरे प्रदेश में एक भी बच्चा चोरी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कौआ कान ले गया, तो पहले कान को देखो न कि कौवे को। अफवाह फैलाने वालों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। गांवों में किसी तरह की गुटबंदी न होने पाए। मौहर्रम और गणेश चतुर्थी के दरम्यान कोई नई परम्परा न पड़ने पाए। गंगा जमनी तहजीब को जिन्दा रखने की जरूरत है। बहू बेटियों की इज्जत करें छेड़खानी और पीछा करने वाले मनचलों की गुप्त सूचना थानें में दें, ऐसे व्यक्तियों के विरूद्व कड़ी कार्यवाही कर जेल भेजा जाएगा।