बदायूँ: उझानी में संगोष्ठी को संबोधित करते मुख्य प्रबंध ट्रस्टी बी ज्ञानेंद्र/सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों से बनता है जीवन महान: ज्ञानेंद्र/30 सितम्बर को होगा यज्ञस्थल का भूमिपूजन
बदायूँ/उझानी: अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में 13 से 16 अक्टूबर तक होने जा रहे 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की तैयारियों को लेकर मुहल्ला यादवपुरी में पूर्व शिक्षक जयसिंह यादव के निवास पर संगोष्ठी हुई। यज्ञस्थल पर 30 सितंबर को भूमिपूजन का आयोजन होगा।
मुख्य प्रबंध ट्रस्टी बी ज्ञानेंद्र ने कहा कि सभ्यता, संस्कृति और संस्कारों से ही जीवन महान बनता है। योग्यताओं और क्षमताओं को निखारकर बहुमूल्य बनें।
जिला समंवयक नरेंद्र पाल शर्मा ने मंच, यज्ञशाला, पंजीकरण और विभिन्न संस्कारों पर चर्चा की। परिब्राजक सचिन देव ने यज्ञ की भव्यता और दिव्यता पर प्रकाश डाला। रामभरोसे लाल माहेश्वरी ने बताया कि 30 सितंबर को यज्ञस्थल पर प्रातः 11 बजे भूमिपूजन का आयोजन होगा।
सुखपाल शर्मा ने बताया कि शांतिकुंज हरिद्वार से आए 2400 तीर्थों के जल रज से युक्त शक्तिकलश का शहर, नगर और ग्रामीणों क्षेत्रों में भ्रमण कराने के साथ ही यज्ञ का भावभरा आमंत्रण दिया जा रहा है।
आर्येंद्र यादव ने बताया कि मातृशक्ति कल्पना, ममता और साधना द्वारा यज्ञ और दीपयज्ञ कराए जा रहे हैं। शक्तिकलश ककराला, उसैहत, उसावां, म्याऊ, अलापुर, दातागंज, समरेर, कादरचैक के चमारी, बमनौसी, मौसमपुर, बोंदरी, भदरौल आदि क्षेत्रों में दर्शनार्थ भ्रमण कराया जा चुका है।
इस मौके पर भुवनेश शर्मा, धीरेंद्र सोलंकी, रजनी मिश्रा, कल्पना मिश्रा, राजेश्वरी, विवेक अग्रवाल, नेमवती, ममता, सुशीला, साधना, किताब श्री, ध्रुव, प्रदीप, कमलेश, ललित, नरेंद्र, नत्थूलाल शर्मा, राजेंद्र गुप्ता, संजीव कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।