ककोड़ा: सामूहिक विवाह समारोह में विवाह समारोह में 52 नवदंपति विवाह बंधन में बंधे।
मेला ककोड़ा: -मेले में सांस्कृतिक कलामंच के प्रांगण में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन हुआ। दुल्हन सजधज कर और दुल्हा बैंड बाजों के साथ मेले में पहुंचे। विवाह समारोह में 52 नवदंपति विवाह बंधन में बंधे। अखिल विश्व गायत्री परिवार ने 50 हिन्दु और मुस्लिम समुदाय के 2 नवयुगलों का विवाह हुआ।
एसडीएम पारशनाथ मौर्य ने मां गायत्री के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह का शुभांरभ कराया। डीएम कुमार प्रशांत और एसएसपी अशोक कुमार शर्मा ने शक्तिकलश का पूजन किया। गायत्री शक्तिपीठ के सचिनदेव, सुरेश कुमार मिश्रा और गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने वेदमंत्रोच्चारण कर विवाह संपन्न कराया। रजनी मिश्रा, अयोध्या प्रसाद शर्मा, गौरी मिश्रा, राजेश्वरी के अलावा खोया बच्चा समाजसेवा शिविर के समस्त स्काउट्स ने उपचार्य की व्यवस्था संभाली, सारी रस्में निभाई और नवदंपतियों से पूजन कराया। डीएम कुमार प्रशांत ने कहा कि विवाह के बंधन मंे बंधने वाले नवयुगल श्रेष्ठ चिंतन से अपने घर को स्वर्ग जैसा बनाएं। एसएसपी अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि मर्यादित जीवन ही दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत होता है। दुल्हनों को साड़ी, बिछुआ, पाजेब, बर्तन, घरेलू सामान के अलावा दुल्हलों के बैंक एकाउन्ट में सीधे तीस हजार की धरराशि पहुंचेगी। मेला ककोड़ा में प्रदेश भर से आए श्रद्धालु, शासनिक और प्रशासनिक अधिकारी विवाह के साक्षी बनें। जिले भर के अधिकारियों ने फूलवर्षा कर नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया।
जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने मेले की शांति व्यवस्था के लिए सीओ उझानी सर्वेंद्र सिंह, मेला प्रभारी राजीव कुमार शर्मा की तारीफ की। मेले में गायत्री परिवार के श्रेष्ठ कार्यों, गंगा सभा की ओर से गंगा आरती करने वाले विद्वानों, खेलकूल प्रतियोगिता, व्यवस्थाओं और अन्य गतिविधियों में विशेष योेगदान के लिए डीएम, एसएसपी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। गूंज सामाजिक संस्था की ओर से किशन चंद्र शर्मा, राजन मेंदीरत्ता ने मेले में रचनात्मक गतविधियों से जुड़े सभी लोगों को डीएम और एसएसपी से सम्मानित कराया।
अस्पताल में 1585 से अधिक मरीजों को डाॅक्टरों को देखा और उन्हें दवाईयां भी दीं।
स्काउट संस्था की ओर से लगे खोया पाया बच्चा समाजसेवा शिविर में विभिन्न विद्यालयों के सौ स्काउट्स ने 200 खोये बच्चों, बुजुर्गों और 302 बच्चों और महिला पुरुषों को एनाउन्स कर मिलाया। स्काउट्स से मेले में उठाईगीरों, मनचलों, डूबते हुओं को बचाने, श्रद्धालुओं की निःस्वार्थ सेवा के लिए स्काउट्स और शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मु. असरार, नंदराम शाक्य, सत्यपाल गुप्ता, मुकेश बाबू शर्मा तमाम शिक्षक वर्ग मौजूद रहा।
मेले में गंगा तट पर गंगा आरती का समापन हो गया। डीएम कुमार प्रशांत ने सभी विद्वानों को शाॅल ओढ़कर सम्मानित किया।
रूहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा में पतित पावनी मां गंगा के किनारे बसी तम्बुओं की तीर्थ उजड़ने लगी है। श्रद्धालु अपने डेरा, तम्बुओं को उखाड़कर कर घर के लिए प्रस्थान करने लगे हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालुओं का पहुंचना भी हो रहा है। श्रद्धालु भोर से ही मेले में अपने निजी वाहन कार, ट्रेक्टर ट्राली, बैलगाड़ियों, मोटर साइकिलों और पैदल पहंुच भी रहे हैं। श्रद्धालुओं ने हर हर गंगे, निर्मल गंगे के जयघोष के साथ पतित पावनी मां गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। श्रद्धालुओं ने लड्डू, बतासे, इलायची दाना और चियोरा का प्रसाद चढ़ाया। मातृशक्तियों और देवकन्याओं ने मां भागीरथी का दुग्धाभिषेक कर नमन वंदन किया। गंगा के प्रति अटूट श्रद्धा और भक्ति उन्हें गंगा किनारे ला रही है। मेले में श्रद्धालु जमकर खरीददारी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने अपनी बेटे और बेटियों की शादी के लिए बक्से और ढ़ोलक आदि खरीदी। मेहमानों के सम्मान और स्वागत के लिए चादरों और कंबलों को भी खरीदा।