बदायूँ: रूहेलखण्ड के मिनी कुम्भ मेले में बेशिक शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षिक प्रदर्शनी।
बदायूँ: ककोडा मेले में लगे स्टाल में शिक्षा विभाग के उच्च प्राथमिक विद्यालय असरासी कादरचैक के बच्चें द्वारा पी0 टी0 प्रस्तुत किया गया, नगरपालिका चेयरमैन बदायॅू द्वारा स्टाल का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांग पूर्ण दृष्टिबाधित, आंशिक दृष्टिबाधित, मूक बधिर, वाणी दोष, अस्थिबाधित, मांनसिक दिव्यांग, अधिगम दिव्यांग, प्रमस्तिष्कीय पक्षाघात, आटिज्म, बहु दिव्यांगता बच्चों शिक्षा की मुख्य धारा से समेकित शिक्षा द्वारा जोडा जा रहा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 द्धारा 6-14 वय वर्ग के समस्त बालक -बालिकाओं को निःशुल्क प्रारम्भिक शिक्षा उपलब्ध कराने का प्राविधान किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में 6-14 वय वर्ग के समस्त दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडते हुए विद्यालयों में उनका ठहराव सुनिश्चित किया जाए।
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रतिवर्ष शिक्षा विभाग द्वारा स्टाल लगाये जाते हैं, बच्चों द्वारा पी0 टी0 प्रस्तुत किया गया जो शानदार रहा। परिषदीय विद्यालयों में नामाकंन के लिए, मेडिकल एसेसमेंट कैम्प-दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनानें हेतु, एल्मिको कैम्प में उपकरण उपलव्ध कराने हेतु चिन्हांकन, ट््ाई साइकिल, व्हील चेयर, वैशाखी, हियरिंग ऐड, ब्रेल स्लेट और शलाका, एबकस, टेयलर फ्रेम, छडी, ब्रेल पेपर, मानसिक मन्दित बच्चों-सीखनें हेतु एम0 आर0 किट दिया जाता है।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगपुर पुख्ता के सहायक अध्यापक प्रवीण कुमार नें मेले में आयें श्रद्वालुओं को शैक्षिक तकनीकी एवं नवाचार के द्वारा अवगत कराया।
समेकित शिक्षा के विशेष शिक्षक श्री सुरेश कुमार मिश्र, प्रदन्या मिश्रा, प्रधानाध्यापक गिरीश चन्द्र पाली, स0अ0 कृष्ण पाल शाक्य, जीवन बाबू कश्यप, अरूण दुबे, सुदेश मिश्र, रामदास, मणि सक्सेना, अनुदेशक विजय आदि उपस्थित रहें।