बदायूँ: टीका न लगवाने वाले परिवार सरकारी योजनाओं से होंगे वंचित
बदायूँ : डीएम ने कहा कि जो भी गांव का व्यक्ति टीकारण में रुचि नहीं लेगा उसे पेंशन, राशन सहित आदि समस्त शासकीय योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा। मिशन इन्द्रधनुष टीकाकरण योजना में ग्राम प्रधान, सचिव, आशा, आंगनबाड़ी, रोजगार सेवक एवं सफाई कर्मचारी सभी सहयोग करें। 30 नवम्बर तक चलने वाले कार्यक्रम विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में ठीक से कार्य न करने वाली एएनएम के प्रति कड़ी विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने जिला स्वास्थ्य समिति, विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान, सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 कार्यक्रम एवं पुरुष नसबंदी पखबाड़ा के अन्तर्गत अन्तर्विभागीय समन्वयक बैठक आयोजित की। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनजीत सिंह को निर्देश दिए कि 30 नवम्बर तक चलने वाले कार्यक्रम विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा जिसमें ठीक से कार्य न करने वाली एएनएम के प्रति कड़ी विभागीय कार्यवाही की जाए। उन्होंने पाया कि ब्लाक दातागंज, दहगवां, जगत एवं सहसवान में मिशन इन्द्रधनुष की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि इन ब्लाकों की बैठक में एसीएमओ अनिवार्य रूप से बैठक कर कार्य की स्थिति सुधारें। इस विशेष अभियान में आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं से भी कार्य कराया जाए। गांव में नियमित टीकाकरण की बैठक आयोजित की जाए। बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों का वेतन काटा जाए। मिशन इन्द्रधनुष में शतप्रतिशत कार्य होना चाहिए, कोई भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए। जो भी गांव का व्यक्ति टीकाकरण में रुचि नहीं लेगा उसे पेंशन, राशन सहित आदि शासकीय योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा। इसमें ग्राम प्रधान, सचिव, आशा, आंगनबाड़ी, रोजगार सेवक एवं सफाई कर्मचारी सभी सहयोग करें। जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत जो आशाएं प्रसव के लिए महिलाओं को कमीशन के चक्कर में प्राइवेट हॉस्पीटल में ले जाती है, ऐसी आशाओं के बीच गोपनीय लोगों को लगाकर उनके साक्ष्य के आधार पर उनकी सेवा समाप्त की जाए। सभी आशाओं से प्रमाण पत्र लिया जाए कि प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को वह सरकारी चिकित्सालयों में ही ले गई हैं। उन्होंने एमओआईसी को निर्देश दिए कि जननी सुरक्षा योजनान्तर्गत प्रसूताओं को मिलने वाली धनराशि का जल्द से जल्द भुगतान कराना सुनिश्चित करें। आयुष्मान ईगोल्डन कार्ड से मरीजों को शतप्रतिशत लाभ न देने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की है। डीएम ने निर्देश दिए कि इस योजना अन्तर्गत सभी चयनित अस्पतालों में मरीज आते ही उसके उपचार के दौरान देखा जाए कि वह आयुष्मान ईगोल्डन कार्ड का लाभार्थी है या नहीं। लाभार्थी होने पर इलाज में खर्च हुई धनराशि का भुगतान आयुष्मान ईगोल्डन कार्ड से ही होना चाहिए।