बिल्सी: आर्य समाज मंदिर में आज ही आज उपरांत महान संत, समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की पुण्य तिथि को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
बदायूँ/बिल्सी: तहसील क्षेत्र के ग्राम गुधनी में स्थित आर्य समाज मंदिर में आज ही आज उपरांत महान संत, समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की पुण्य तिथि को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित समाज सुधारक वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने कहा कि ज्योतिबा फुले एक संत थे ,महात्मा थे । वे जहां दबे कुचले शोषित लोगों की आवाज बने वहीं उन्होंने नारी जाति का भी उद्धार करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। ज्योतिबा फुले जी ने कहा कि नारी जाति आधी दुनिया है , नारी के बिना नर की उन्नति कभी नहीं हो सकती हर सफल मर्द के पीछे एक नारी का हाथ होता है यदि नारी अनपढ़ होगी गवार होगी तो उसकी संतान विद्वान कैसे हो सकती है? इसलिए नारी जाति को पढ़ने का अधिकार है आगे बढ़ने का अधिकार होना ही चाहिए! इस अवसर पर मास्टर अगरपाल सिंह जी ने कहा कि ज्योतिबा फूले जातिवाद छुआछूत के विरुद्ध थे वह चाहते थे कि इस देश में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति अपने कर्म से ही सम्मानित हो वह कर्मणा वर्ण व्यवस्था के पक्षधर थे। आज के सत्संग में मास्टर साहब सिंह, राकेश शाक्य ,संतोष कुमारी, सुखवीर सिंह ,बेहटागुसाई के मास्टर डालचंद्र ,जैनेंद्र पाल सक्सेना बद्री प्रसाद आर्य किशनपाल आर्य आदि उपस्थित रहे।