बदायूँ: प्रख्यात कवि डॉ. उर्मिलेश की स्मृति में चार दिवसीय तृतीय डॉ. उर्मिलेश स्मृति उत्सव का भव्य आयोजन आगामी माह 29 जनवरी से 1 फरवरी के मध्य में किया जाएगा।

बदायूं। प्रमुख सांस्कृतिक संस्था डॉ. उर्मिलेश जन-चेतना समिति द्वारा प्रख्यात कवि डॉ. उर्मिलेश की स्मृति में चार दिवसीय तृतीय डॉ. उर्मिलेश स्मृति उत्सव का भव्य आयोजन आगामी माह 29 जनवरी से 1 फरवरी के मध्य में किया जाएगा। डॉ. उर्मिलेश जनचेतना समिति के स्थापना के 15 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर यह आयोजन किया जाएगा। समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ. एसके गुप्ता की अध्यक्षता में समिति के पदाधिकारियों, सदस्यों की बैठक में कार्यक्रमों की रुपरेखा बदायूं क्लब में बैठक कर निर्धारित की। बैठक में सदस्यों ने एक मत से आयोजन को भव्य करने की योजना को सर्वसम्मति दी। इस अवसर के आयोजन का मुख्य आकर्षण जनपद में पहली बार आयोजित हो रहे नाट्य समारोह होगा। जिसके लिए जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने डॉ. अक्षत अशेष के अनुरोध पर सहमति दी है। उप्र संगीत नाट्य अकादमी की ओर अन्य जनपदों की भांति बदायूं जनपद में प्रथम चार दिवसीय सम्भागीय नाट्य समारोह इसी मंच पर आयोजित होगा। जिसमें प्रति दिन शाम एक बढ़ कर एक नाटकों का मंचन प्रदेश के विभिन्न जनपदों के रंगमच के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये जाएंगे। नाट्य समारोह की समस्त व्यवस्थाएं समिति के सचिव डॉ. अक्षत अशेष द्वारा की जाएंगी। साथ आयोजन में ललित कला अकादमी की ओर चार दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रस्तावित आयोजनों में मुख्य रुप से निम्न कार्यक्रम निर्धारित हुए।
स्कूली बच्चों के अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे एकल व समूह लोकनृत्य, लोकगीत, सुगम संगीत, रंगोली, मेंहदी, चित्रकला, शिशुुवेश, पतंगबाजी सहित जनपद की ऐतिहासिक समृद्धता को प्रदर्शित करती फोटोग्राफी व जनपद के प्रमुख हस्तियों के योगदान को प्रदर्शित करती वीडियोग्राफी प्रतियोगिता विभिन्न आयु वर्गों में आयोजित होगी। इन प्रतियोगिताओं के फार्म शीर्घ समस्त विद्यालयों में उपलब्ध कराये जाएंगे, आवेदन निःशुल्क होगा। नवोदित कवियों के लिए कविता कार्यशाला का आयोजन एवं नारी सशक्तिकरण एवं निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी होगा।
प्रतिदिन दिन में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के बाद शाम 5 बजे 7 बजे नाट्य मंचन के आयोजन के बाद रात्रि में अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन व मुशायरा, रुहेलखंड के संगीत कलाकारों द्वारा संगीत संध्या, अखिल भारतीय सांस्कृतिक व भजन संध्या एवं म्यूजिकल नाइट आदि का आयोजन प्रस्तावित है। आयोजन में स्थानीय प्रतिभाशाली कलाकारों के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। सभी आयोजनों में देश के सुप्रसिद्ध कवि, शायरों एवं कलाकारों को आमंत्रित किया जाएगा।
उत्सव में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले महत्वपूर्ण विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं वर्ष 2019-2020 में राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं को भी सम्मनित किया जाएगा। यह सम्मान आवेदन पत्र प्राप्त कर एवं समिति द्वारा निर्धारित कर दिये जाएंगे। आयोजन में समिति साहित्यिक स्मारिका उन्मेश का विमोचन भी किया जायेगा।
बैठक के अध्यक्षता कर रहे डॉ. एसके गुप्ता ने कहा कि डॉ. उर्मिलेश जैसी अद्भुत शख्सियत की कमी तो कोई पूरा नहीं कर सकता है हां उनके अधूरे स्वप्नों को पूर्ण करने की दिशा में समिति और उनके शुभचिन्तक पूर्ण तन्मयता से जो प्रयास कर कर रहे हैं। उसमें अधिक से अधिक जनमानस को सहयोग और सहभागिता करनी चाहिए। क्यों की ये आयोजन प्रदेश और देश में विशेष महत्व रखता है। बैठक में वरिष्ठ सदस्य डॉ. गोपाल मिश्रा के निदेशन में चर्चा उपरान्त समितियों को निर्धारण कर व्यवस्थायें सौंपी गई। बैठक जे अंत मे समिति के सदस्य एवं शायर स्वर्गीय चंद्र प्रकाश दीक्षित, स्वर्गीय वहीद उल्लाह खां एवं अभी हाल में ही दिवंगत हुए कव्वाल श्री तालिब हुसैन सुल्तानी के लिए सदस्यों द्वारा दो मिनट का मौन रख कर श्रधांजलि दी गयी। इस अवसर पर बैठक में डॉ. रामबहादुर व्यथित, सतीश चंद्र मिश्रा, उसहैत के पूर्व चेयरमैन गौरव गुप्ता गोल्डी, डॉ. मदनमोहन लाल, दीपक सक्सेना, सुधांशु शर्मा, परविन्दर सिंह दुआ, प्रदीप शर्मा, डॉ. रविभूषण पाठक, अनिल शर्मा, अमित वार्ष्णेय, राहुल चौबे, सुमित मिश्रा, सोहराब ककरालवी, नंदकिशोर, दिनेश मदान नरेश चंद्र शंखधार, प्रशांत गुप्ता, इकबाल असलम, प्रशांत दीक्षित, डॉ. इजहार अहमद, राहुल सक्सेना, विजय मौर्य आदि मौजूद रहे। संचालन रविंद्र मोहन सक्सेना ने किया। अंत में सचिव डॉ. अक्षत अशेष ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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