कोरिया: दो दिवसीय भव्य आयोजन में कुल 16 क्षेत्रो के238कलाकरों ने भाग लिया और गीत संगीत व नृत्य में26विधाओं में कड़ी प्रतिस्पर्धा किया गया।(वेदप्रकाश तिवारी की रिपोर्ट)
कोरिया:-बीते दिनों एस ई सी एल के तानसेन भवन चिरिमिरी में अन्तरक्षेत्रीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता मिलन समारोह में चिरिमिरी क्षेत्र अब्बल रहा एवं हसदेव क्षेत्र उपविजेता रहा है।दो दिवसीय भव्य आयोजन में कुल 16 क्षेत्रो के238कलाकरों ने भाग लिया और गीत संगीत व नृत्य में26विधाओं में कड़ी प्रतिस्पर्धा किया गया।
एसईसीएल की इस दो दिवसीय अंतर क्षेत्रीय सांस्कृतिक मिलन समारोह समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री एचएस मदान प्रभारी महाप्रबंधक चिरमिरी क्षेत्र व विशिष्ट अतिथि कंपनी संचालन समिति व कल्याण मंडल समिति के सम्मानित सदस्य श्री जेएस सोढी,के पांडे, बजरंगी शाही,अजय विश्वकर्मा, के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।
मुख्य अतिथि की आरती से अपने विचार प्रकट करते हुए श्री एचएस मदान ने कहा कि गीत संगीत बेजान नहीं होते हैं उसमें समय का स्पंदन होता है साथ ही समाज व जीवन गीत संगीत में रचे बसे रहते हैं प्रकृति की खूबसूरत वादियों में रचे बसे चिरमिरी क्षेत्र मैं आयोजित इस आयोजन में भारतीय गीत संगीत के लगभग सभी स्वरों को प्रस्तुत करने का सार्थक प्रयास हुआ है इसका लाभ एसईसीएल के अलावा क्षेत्रीय स्तर पर निश्चित रूप से पहुंचेगा।विशिष्ट अतिथि के आवास के रूप में अपने विचार प्रकट करते हुए श्री अजय विश्वकर्मा ने कहा कि इस समारोह में बेमिसाल प्रस्तुति व प्रयास के द्वारा हमारी कला संस्कृति व विरासत को आगे बढ़ाने व बचाने का अहम प्रयास इस समारोह में हुआ है जो यह बताने के लिए काफी है कि एसईसीएल मात्र उत्पादन में ही नहीं बल्कि कला के क्षेत्र में भी अग्रणी हैं वही श्री बजरंगी शाही ने कहा कि गायन वादन व नृत्य तीनों के समावेश को संगीत कहते हैं इसका सही मायनों में दर्शन इस समारोह में श्रोताओं को हुआ है श्री शाही ने कहा कि कला व कलाकारों को बचाने व संरक्षित करने का प्रयास हर स्तर पर किया जाएगा। श्री के पांडे ने कहा कि लोगों में छिपी कला प्रतिभा को बचाने व निखारने का प्रयास हर स्थान पर करने की पहल होगी आयोजन में श्री जेएस सोढी ने कहा कि सांस्कृतिक बहुत व्यापक शब्द है जिसको अनुभव करने व सीखने का अवसर इस समारोह पर मिला उनका कहना था कि कला वा कलाकार को समापन पर ही नहीं समाप्त किया जा सकता है।