बदायूँ: थाना समाधान दिवस में डीएम, एसएसपी में सुनी जनशिकायतें/संतरी ड्यूटी पर नहीं रखेंगे मोबाइल फोन
बदायूँ: जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने थाना समाधान दिवस के मौके पर थाना हजरतपुर में जन शिकायतें सुनी। डीएम एवं एसएसपी ने कहा कि फरियादियो की समस्याओं का समाधान निष्पक्ष जांचोपरांत किया जाए। उन्होंने भूमि विवाद से सम्बंधित मामलों के लिए राजस्व एवं पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से मौके पर जाकर निस्तारण करने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को थाना हजरतपुर में आयोजित थाना समाधान दिवस के मौके पर डीएम एवं एसएसपी ने कहा कि फरियादियों की समस्याओं का प्रत्येक दशा में प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराएं। किसी भी स्तर पर लापरवाही बरतने वालो की कार्यशैली को गम्भीरता से लिया जाएगा।
ग्राम बगौरा के ग्राम प्रधान ने शिकायत की है कि मनरेगा से गांव में चल रहे कार्य को गांव के ही दबंग प्रवृति के लोग नहीं होने दे रहे हैं। डीएम, एसएसपी ने तत्काल लेखपाल और पुलिस बल को इस निर्देश के साथ भेजा कि इस मामले का निस्तारण करके ही वापस लौटें।
बलवीर ने शिकायत की है कि लेखपाल द्वारा पैमाइश करने के बावजूद भी दबंग व्यक्ति उसके खेत से कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने निर्देश दिए कि अवैध कब्जा करने वाले भूमाफियाओं को जेल भेजा जाए।
ग्राम मुड़सेना निवासी रामवीर पुत्र पहाड़सिंह ने डीएम को अवगत कराया कि आंखों से न दिखाई न देने की वजह से कठिनाई का सामना करना पड़ता है। डीएम ने फोन पर सीएमओ को तत्काल इलाज कराने के निर्देश दिए है।
एसएसपी ने कहा कि ऐसा देखने में आता है कि अक्सर ड्यूटी पर तैनात संतरी(पहरेदार) मोबाइल फोन पर ही व्यस्त मिलते है, जिसके चलते उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी संतरी ड्यूटी पर फोन नहीं रखेगा।
डीएम ने थाने के निकट तालाब का सौंदर्यकरण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होने निर्देश दिए कि भूमि विवाद सम्बंधी प्रार्थना पत्रों पर लेखपाल व कानूनगो पुलिस बल के साथ मौके पर जाकर कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत करे। निस्तारित मामलों के अभिलेखों का रिकॉर्ड सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि फरियादी बड़ी हिम्मत करके थाने में अपनी शिकायत लेकर आता है। उसको बैठने के लिए उचित स्थान तथा पीने के लिए पानी दिया जाए। उसके बाद ही उसकी समस्या को आराम से सुनकर उसको न्याय दिलाया जाए। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने प्राप्त शिकायतों को गुणवत्तापूर्वक एवं समयवद्ध निस्तारण कराने के निर्देश दिए हैं।