बरेली:दरोगा ने रिवाल्वर से की गोली मरकर आत्महत्या।
बरेली: बारादरी थाना परिसर में आज सब इंस्पेक्टर सत्यवीर त्यागी ने रिवाल्वर से गोली मरकर आत्महत्या कर ली। सब इंस्पेक्टर के सुसाइड से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसआई त्यागी एटा के महरारा थाने में तैनात थे। सूचना मिलते ही पुलिस के तमाम पुलिस अफसर मौके पर पहुँच गए और मामले की तफ्तीश में जुट गए।
थाने परिसर में बने क्वार्टर में खून से सनी लाश और छानबीन करती पुलिस ये नजारा है बरेली के बारादरी थाने का जहां आज दोपहर करीब ढाई बजे एसआई सत्यवीर ने रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सत्यवीर के पास बारादरी थाने में मालखाने का चार्ज था। मीडिया से मुखातिब होते एसएसपी मुनिराज ने बताया कि दरोगा सत्यवीर सिंह 15 जनवरी 1989 में सिपाही के पद पर भर्ती होकर पुलिस सेवा में आये थे। वर्ष 2011 से 26 अगस्त 2017 तक बरेली के बारादरी थाने में तैनात रहे। जिसके बाद सत्यवीर त्यागी का एसआई के पद पर प्रमोशन हो गया और उनका एटा ट्रांसफर हो गया।
वीओ2- आज वे खुद हेड मोहर्रिर को मालखाने का चार्ज देने के लिए बरेली आए थे। इस दौरान उन्होंने खुद को मालखाने में किसी मुकदमे से सम्बंधित जमा रिवाल्वर से गोली मार ली। दरोगा ने माथे पर गोली मारी जिसकी वजह से मौके पर ही मौत हो गई।
यह भी पता चल रहा है कि चार्ज लेने को लेकर उनकी हेड मोहर्रिर से कहासुनी भी हुई थी। पुलिस को मौके से तीन-चार पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमे दरोगा ने सुसाइड के सभी कारण लिखे है। एसएसपी मुनिराज ने यह भी बताया कि मौके से बरामद सुसाइड नोट में दरोगा सत्यवीर ने लिखा है कि उनकी तैनाती के दौरान वेदप्रकाश नामक होमगार्ड पर वह काफी विश्वास करते थे। उसी विश्वास के चलते दरोगा सत्यवीर ने होमगार्ड को मालखाने की चाभी दे रखी थी। उस चाभी के जरिये होमगार्ड ने मालखाने में जमा जुए और नोटबंदी के समय के पैसे और कीमती सामान गायब कर दिया। दरोगा सत्यवीर को होमगार्ड पर भरोसा था। लेकिन होमगार्ड ने उन्हें धोखा दिया। उनके विश्वास को जीतकर वेदप्रकाश ने काफी समान चोरी कर लिया। अब चार्ज देते समय जब गायब समान की पोल खुली तो परेशान हो कर दरोगा ने आत्महत्या कर ली। होमगार्ड वेदप्रकाश बेहद शातिर किस्म का चोर है। वह वाहन चोरी के मामले जेल काट रहा है। इस मामले में एसएसपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और अब इस प्रकरण की जांच राजपत्रित अधिकारी से करवाई जाएगी।