बदायूँ: खुले में शौच करने वालों पर रहेगी पैनी नजर : डीएम
बदायूँः 26 अक्टूबर। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जनपद को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए निगरानी टीमें प्रतिदिन गांव में खुले में शौच जाने वाले लोगों को रोकें और किसी भी व्यक्ति को खुले में शौच करने न जाने दिया जाए। व्यक्तियों को समझाया जाए कि खुले में शौच करने से बीमारियां पनपती है। प्रत्येक ग्राम प्रधान यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक गांव में अभियान चलाकर सामान्य बल्बों को जब्त करलें। लोगों को एलईडी बल्बों के अलावा अन्य बल्बों का प्रयोग न करने दे। ग्राम सालारपुर के सफाई कर्मचारी पंकज कुमार द्वारा नियमित गांव में सफाई न करने पर सस्पेंड करने के निर्देश दिए।

शुक्रवार को जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने खुले में शौच जाने वाले लोगों को रोकने के लिए प्रातः 4 बजे ग्राम सिकरापुर एवं सलारपुर में औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सालारपुर में अशोका देवी एवं असरूद्दीन खुले में शौच करके आते समय पकड़े जाने पर डीएम ने हाथ उठाकर शपथ दिलाई कि अब कभी भविष्य में खुले में शौच नहीं करेंगे और न ही किसी को करने देंगे शौचालय का ही प्रयोग करेंगे। उन्होंने गांव के लोगों को समझाया कि सभी लोग अपने शौचालयों का ही प्रयोग करें जो, लोग शौचालय होते हुए भी खुले में शौच करते हुए पकड़े जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घरों में अभी तक शौचालय किसी कारणवश नहीं बन पाया है ऐसे व्यक्ति जब तक नहीं बनवा पा रहे हैं, वह लोग खुरपी लेकर खुले में शौच करने जाए और शौच करने के बाद शौच को ढक कर अवश्य आएं। उन्होंने कहा कि सब लोग इस कार्य में सहयोग करें जो लोग खुले में शौच अभी भी कर रहे हैं उनको प्रेरित करें कि वे खुले में शौच न करें। अगर वह साधन संपन्न है तो अपने साधनों से शौचालय बना लें अगर वह संपन्न नहीं हैं तो, ऐसे लोगों का शौचालय बनाने में सरकार मदद कर रही है। छूटे हुए पात्र लाभार्थियों की सूची बन रही है और उनको भी शौचालय बनाने के लिए धनराशि दी जाएगी।उन्होने प्रातः 4 बजे सभी एसडीएम, नगर मजिस्ट्रेट, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, मुख्य विकास अधिकारी एवं समस्त खंड विकास अधिकारियों को एक-एक गांव को देखने के निर्देश दिए। फॉलो अप एक्शन के तहत देखेंगे कि कोई भी व्यक्ति गांव के बाहर खुले में शौच तो नहीं कर रहा है अगर कर रहा है तो उसे समझाने का प्रयास करे और उसे रोका जाएगा तथा गांव में सभी लोगों की एक मीटिंग करके खुले में शौच न करने का संकल्प दिलाया जाए। खुले में शौच ना करेंगे और न किसी को करने देगे।