बदायूँ: कृषकों को भूमि का पूर्ण मूल्य एवं नौकरी मिलने तक जारी रहेगा आन्दोलन/मांस एवं मछली का अवैध कारोबार नहीं चलने देंगे।
बदायूँ: भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में सोलर प्लांट रिजोला एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूं को भूमि देने वाले कृषकों को पूर्ण मूल्य एवं नौकरी देने तथा जनपद में मांस एवं मछली के अवैध कारोबार को रोकें जाने तथा गुड गवर्नेंस की स्थापना हेतु जनोपयोगी कानूनों को प्रभावी बनाये जाने की मांग को लेकर मालवीय आवास गृह बदायूं पर भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सहयोगियों, सूचना कार्यकर्त्ताओं एवं प्रभावित कृषकों ने अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट के नेतृत्व में सत्याग्रह किया।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि सोलर प्लांट की स्थापना हेतु कृषकों की भूमि लिए जाते समय विहित विधिक प्रक्रिया का अनुसरण नहीं किया गया।सम्वन्धित कम्पनी को मनमाने ढंग से कृषकों की भूमि क्रय करने की छूट अनुचित समझौते के फलस्वरूप दे दी गई। कृषकों से कोई समझौता नहीं किया गया। अंग्रेजी भाषा में अनुवन्ध पत्र लेखबद्ध कराये गये, राज्य को छति पहुंचाने के उद्देश्य से अनुबंध पत्र निबंधित नहीं कराये गये। अंग्रेजी भाषा में ही लिखे हुए कथित नियुक्ति पत्र वितरित कर कृषकों के साथ धोखा किया गया। विक्रय पत्र भी अन्ग्रेजी भाषा में ही लिखे गए। सार्वजनिक सम्पत्ति पर अवैध कब्जा करने के साथ ही बिना बैनामा के ही कुछ कृषकों की भूमि पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया गया। सोलर प्लांट पूरी तरह लोकहित के विरुद्ध है। इस प्लान्ट की स्थापना से भविष्य में नागरिकों के स्वास्थय पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के जिला समन्वयक रामगोपाल ने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना हेतु भूमि देने वाले कृषकों को भी समझौते के आधार पर भूमि का पूरा मूल्य नहीं दिया गया है और अभी तक नौकरी भी नहीं दी गई है। एक कृषक की भूमि पर बिना बैनामा के ही कब्जा करके निर्माण करा लिया गया।कृषक निरन्तर आन्दोलन कर रहे हैं, किन्तु कृषकों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के सह जिला समन्वयक शमसुल हसन ने कहा कि सम्वन्धित अधिकारियों के संरक्षण में अवैध रूप से खुलेआम धर्मस्थलो,शिक्षण संस्थाओं, चिकित्सालयों एवं सार्वजनिक भवनों के निकट मांस, मछली एवं मदिरा का विक्रय किया जा रहा है। तहसील परिसर बदायूं के निकट खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में मांस व मछली का अवैध कारोबार चल रहा है। जनपद में जनोपयोगी कानून निष्प्रभावी है, इस कारण गुड गवर्नेंस का अभाव है, परिणामस्वरूप भ्रष्टाचार में वृद्धि हो रही है। इन समस्याओं को लेकर चरणबद्ध आंदोलन जारी है।आज सत्याग्रह किया है, 17-11-2018 को शहर में मांगों के समर्थन में मार्च निकाला जायेगा। समस्याओं का समाधान न होने पर 25-12-2018 से अनिश्चितकालीन उपवास मालवीय आवास गृह बदायूं पर आरंभ किया जायेगा।
तदन्तर जिलाधिकारी बदायूं के कार्यालय पर राष्ट्र राग “” रघुपति राघव राजाराम ………. का कीर्तन किया गया।
इस सम्बन्ध में मुख्य मंत्री को संबोधित मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया।
अन्त में पटाख़ा फैक्ट्री रसूलपुर में हुए विष्फोट में मृत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से प्रार्थना की गई।
सत्याग्रह में प्रमुख रूप से अभियान के मार्गदर्शक एस सी गुप्ता,डा एस के सिंह, डाल भगवान सिंह,एम एल गुप्ता, धनपाल सिंह, तहसील समन्वयक सत्य प्रकाश सैनी, अखिलेश सिंह,शिव ओम शन्खधार, आकाश तोमर, राम-लखन, श्रीराम,सेठ सिंह,अमर सिंह, शाहनवाज, नेत्रपाल, भारत सिंह,एम एच कादरी,मो इब्राहीम, मुमताज अली, वेदपाल सिंह, सत्यपाल सिंह, रूपेन्द्र सिंह, हरीशचंद्र, लालाराम, सतीश चन्द्र,मान सिंह, शिवराज,बुद्धपाल, देवीराम, रामस्वरूप,रमनपाल,वावुराम,मोरपा ल, भगवान सिंह,सिपट्टर सिंह, सुखदेव, रामरतन,सोनवती,अमरवती, रोशनलाल, रामशंकर, राहुल, नरेशपाल,चरन सिंह,मन्गल सिंह, मुकेश,छोटे सिंह,करन सिंह,भागमल चौधरी,सीराज कादरी,हरनाम, नासिर हुसैन, रामदीन सहित सैकड़ों नागरिक उपस्थित रहे।